हमीरपुर: हिमाचल में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद अब शादी विवाह के आयोजन पर प्रशासन की निगरानी तेज हो गई है. प्रशासन और पुलिस के पहरे में अब शादियां आयोजित की जा रही हैं. 15 दिन के भीतर ही करीबन 400 शादियों के आवेदन जिला प्रशासन को हमीरपुर जिला में प्राप्त हुए हैं. ईटीवी भारत ने शादी के आयोजन के दौरान पेश आ रही परेशानियों को लेकर आयोजकों से बातचीत की और जाना कि किस तरह से कोरोना काल में सावधानियों को बरतते हुए परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है.
हमीरपुर जिला मुख्यालय के साथ सटे दगनेहड़ी गांव में एक लड़की की शादी है. यहां पर मास्क और सेनिटाइजर की व्यवस्था गई थी. हालांकि रसोइयों के पास को भी टेस्ट रिपोर्ट पुरानी होने की वजह से यहां पर जिला प्रशासन की तरफ से ₹1000 का जुर्माना लगाया गया है लेकिन अगर यहां पर कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर बात की जाए तो जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार मास्क सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी और सामाजिक दूरी के नियम का भी कुछ हद तक पालन किया जा रहा था.
लापरवाही आयोजकों पर भारी पड़ी
हमीरपुर जिला के प्रताप नगर में भी लड़की की शादी के आयोजन में रसोइयों के लापरवाही आयोजकों पर भारी पड़ी और यहां पर भी ₹1000 का जुर्माना किया गया. हालांकि इस शादी के आयोजन में मास्क सैनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी. वहीं, धाम के दौरान सामाजिक दूरी के नियम का भी पालन किया जा रहा था. दुल्हन के पिता सुशील कुमार का कहना है कि वह समारोह में पूरी सावधानी बरत रहे हैं. सामाजिक अधूरी का भी ध्यान रखा जा रहा है और मास्क इत्यादि भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं.
'हर दिन शादी के लिए जाना पड़ रहा है अगर ऐसा रहा तो उन्हें तो हर दिन ही टेस्ट करवाना पड़ेगा'