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जोल पेयजल योजना के लिये बन रही डकवॉल निर्माण में अनियमितता, विभाग ने ठेकेदार को दिए ये आदेश

उठाऊ पेयजल योजना जोल के पेयजल स्तर को बढ़ाने के लिए सीर खड्ड में बन रही डकवॉल के निर्माण में ग्रामीणों ने अनियमितता का आरोप लगाया है और निर्माण कार्य विभागीय अधिकारियों के देखरेख में करने की मांग की है. चार साल पहले सीर खड्ड में आई बाढ़ के कारण डकवॉल बीच में से टूट चुकी है. इस स्थान पर विभाग द्वारा नए सिरे से डकवॉल का निर्माण कार्य शुरू किया है. ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य में 90 सीमेंट की बोरियों का प्रयोग लेबर द्वारा बताया गया है, जबकि इतना कार्य नहीं हुआ है.

एक्सईन अनूप ठाकुर व एसडीओ भोरंज अनिल शर्मा मौके पर जाकर काम का निरीक्षण करते हुए
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Published : Dec 11, 2020, 10:02 PM IST

भोरंज/हमीरपुर: जल शक्ति विभाग मंडल भोरंज के अंतर्गत आने वाली उठाऊ पेयजल योजना जोल के पेयजल स्तर को बढ़ाने के लिए सीर खड्ड में बन रही डकवॉल के निर्माण में ग्रामीणों ने अनियमितता का आरोप लगाया है और निर्माण कार्य विभागीय अधिकारियों के देखरेख में करने की मांग की है, जिसके तहत शुक्रवार को जल शक्ति विभाग भोरंज के एक्सईएन अनूप ठाकुर व एसडीओ भोरंज अनिल शर्मा मौके पर जाकर काम को देख व कार्य को फिर से करने के आदेश ठेकेदार को दिए.

जल शक्ति विभाग द्वारा जोल पेयजल योजना के लिए पहले भी डकवॉल का निर्माण किया गया था, लेकिन चार साल पहले सीर खड्ड में आई बाढ़ के कारण डाइक वॉल बीच में से टूट चुकी है. इस स्थान पर विभाग द्वारा नए सिरे से डकवॉल का निर्माण कार्य शुरू किया है. इस कार्य को ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है.

डकवॉल के निर्माण में नींव की खुदाई भी की कम

ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य की ठेकेदार की लेवर से ही पूरी सूचना एकत्रित है और निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. जागृति कल्याण समिति जोल के अध्यक्ष कुलदीप चंद, उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि डकवॉल के निर्माण में नींव की खुदाई भी कम की गई और निर्माण में सीर खड्ड की बजरी व वोल्डर पत्थर का प्रयोग किया गया है जोकि विभाग द्वारा दिए गए ठेके के अनुरूप नहीं है. डकवॉल के निर्माण खड्ड के मोटे पत्थर डाल कर खानापूर्ति करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है.

निर्माण कार्य पर क्या कहना है ग्रामीणों का

ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य में 90 सीमेंट की बोरियों का प्रयोग लेबर द्वारा बताया गया है, जबकि इतना कार्य नहीं हुआ है. इसके अलावा निर्माण कार्य खड्ड के बहते पानी में बिना मिक्चर से किया जा रहा है. शुक्रवार को जल शक्ति विभाग भोरंज की टीम ने मौके पर जांच की व ठेकेदार को नींव को उखाड़कर दीवर नींव बनाने के आदेश दिया.

इस संदर्भ में भोरंज जलशक्ति विभाग के एक्सईएन अनुप ठाकुर ने बताया कि डकवॉल निर्माण में ठेकेदार की अनियमितता पाई गई है और ठेकेदार को नींव को उखाड़कर दोबारा नींव बनाने के आदेश दिये गए हैं.

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