हमीरपुर: कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आने के बाद हमीरपुर पुलिस को पुलिस जवानों की कमी खलने लगी है, जिसके चलते अब जिला पुलिस हमीरपुर ने निदेशालय से दो और रिजर्व की डिमांड की है. इससे कंटेनमेंट और बफर जोन में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता प्रबंध किए जा सकेंगे. हमीरपुर जिला में लगभग 8 पंचायतों के 12 वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं. जिला में पहले से ही विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा दो और अतिरिक्त रिजर्व वर्तमान समय में काम कर रही हैं. कंटेनमेंट और बफर जोन के अलावा अन्य जिलों की सीमा पर लगभग 9 नाके लगाए गए हैं.
हमीरपुर पुलिस को खल रही जवानों की कमी, निदेशालय से दो और रिजर्व की मांग
कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आने के बाद हमीरपुर पुलिस को पुलिस जवानों की कमी खलने लगी है. इसके चलते जिला पुलिस ने निदेशालय से दो और रिजर्व की डिमांड की है.जिला में पहले से ही विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा दो और अतिरिक्त रिजर्व वर्तमान समय में काम कर रही हैं. कंटेनमेंट और बफर जोन के अलावा अन्य जिलों की सीमा पर लगभग 9 नाके लगाए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ने बताया किॉकंटेनमेंट जोन में पेट्रोलिंग का भी प्रावधान किया गया है और मेडिकल टीम इन पंचायतों में प्राथमिकता के आधार पर कोरोना संक्रमित लोगों के प्राथमिक संपर्कों की टेस्टिंग कर रही है. उन्होंने कहा कि इससे हमारे उपर प्रेशर भी जरूर आया है. इस समय जिला में 9 नाके हैं. उन्होंने बताया कि पहले ही उनके पास 2 रिजर्व मौजूद थीं, जिसमें 50 पुलिस के और 90 होम गार्ड के जवान ड्यूटी दे रहे थे. उन्होंने हेड क्वारटर से 2 और रिजर्व की मांग की है, जो जल्दी ही उपलब्ध करवा दिए जाएंगे.
बता दें कि एक्टिव केस के मामले में हमीरपुर जिला प्रदेश में दूसरे नंबर पर है. सबसे अधिक कोरोना के एक्टिव केस कांगड़ा जिले में है. उसके बाद हमीरपुर जिला में वर्तमान समय में 11 एक्टिव केस चल रहे हैं. 8 पंचायतों के विभिन्न वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं और इन जोन में पुलिस ने नाकाबंदी की है, जिससे आवाजाही को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा सके.