हमीरपुर:जिला परिषद हमीरपुर में उपाध्यक्ष के निर्वाचन में दलगत राजनीति पर दोस्ती भारी पड़ गई. भाजपा और कांग्रेस के ताल्लुक रखने वाले दो जिला परिषद सदस्यों ने दोस्ती को महत्व देते हुए दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर समर्थन दिया.
जहां एक तरफ जंगलरोपा से कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों को मात देकर जिला परिषद हमीरपुर के हाउस में पहुंचे आजाद नरेश कुमार दर्जी उपाध्यक्ष पर पर काबिज होकर विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर में अपना राजनीतिक कद साबित किया है.
नवनिर्वाचित जिला परिषद हमीरपुर के उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी ने कहा कि वह जिला परिषद एवं महेंद्र सिंह और पवन कुमार का विशेष आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समर्थन दिया है.
'किसी पार्टी को नहीं बल्कि व्यक्ति को समर्थन दे रहे हैं'
भाजपा के ताल्लुक रखने वाले जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने नरेश कुमार दर्जी को समर्थन देने के साथ ही यह भी कहा कि वह किसी पार्टी को नहीं बल्कि व्यक्ति को समर्थन दे रहे हैं. कांग्रेस समर्थित जिला परिषद सदस्य महेंद्र सिंह वह नरेश कुमार दर्जी के बचपन के दोस्त हैं इसलिए जिला परिषद की बैठक में वह उन्हें समर्थन देने के लिए मौजूद रहे.
जिला परिषद हमीरपुर में अध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा तो था ही, लेकिन उपाध्यक्ष पद के लिए लड़ाई लड़ी जा रही थी. इसी जद्दोजहद में कांग्रेस भी जुटी थी, लेकिन अंततः आजाद प्रत्याशी के रूप में नरेश कुमार दर्जी ने चुनावी लड़ाई के बाद उपाध्यक्ष की कुर्सी की जंग में भी कांग्रेस और भाजपा को मात दे दी.
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