भोरंज/हमीरपुर: भोरंज से जिला परिषद सदस्य पवन कुमार ने कहा कि राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा को कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर बनाए जाने के बाद से ही क्षेत्र के लाखों लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं पर ताला लग गया है. इसके लिए वे पहले भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं.
कोविड आइसोलेशन सेंटर बनने से यहां ओपीडी को बंद कर दिया गया है, जिससे हमीरपुर, ऊना व बिलासपुर जिलों के लगभग चार लाख लोग स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम हो रहे हैं. राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा को कोविड सेंटर बनाए जाने से सबसे ज्यादा क्षेत्र गरीब लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा, जिन्हें यहां निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही थीं.
क्षेत्र के लोगों ने अस्पताल को आम लोगों के लिए खोलने की सरकार से मांग की है. लोगों को होने वाली असुविधाओं के चलते भोरंज की विभिन्न पंचायतों व जिला परिषद पवन कुमार ने राधा स्वामी अस्पताल में आम जनता के लिए ओपीडी को सुचारू रूप से खोलने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है.
सभी पंचायतों ने पंचायत में प्रस्ताव डालकर एसडीएम भोरंज को भी ज्ञापन सौंपकर अवगत करवाया था कि राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा तीन जिलों के लाखों लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता है. इसका सबसे ज्यादा फायदा गरीब व असहाय लोगों के लिए होता है, लेकिन जब से भोटा अस्पताल को कोविड-19 सेंटर बनाया गया है.
अस्पताल में ओपीडी को बिल्कुल बंद कर दिया गया है. इससे गरीब व असहाय लोग प्रभावित हो रहे हैं. पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग की है कि क्षेत्र के लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले क्षेत्र के एक मात्र अस्पताल को कोविड सेंटर से हटाकर फिर से ओपीडी को खोला जाए, जिससे लोगों को सुविधाएं मिल सके.