हमीरपुर:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन के डायरिया प्रभावित गांवों में पानी के सैंपल की रिपोर्ट आने में हो रही देरी बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं. इस मामले में विभागीय लापरवाही और पेयजल सैंपल की रिपोर्ट आने में हो रही देरी पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका का अध्ययन किया जाएगा. बुधवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर फैसला लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बीमारी फैलने के बाद पहली प्राथमिकता यह रही है कि लोगों को दवाइयां और स्वच्छ पेयजल मिल सके इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने बेहतर कार्य किया है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मामले पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि पानी के सैंपल की रिपोर्ट आने में देरी और विभागीय लापरवाही पर पूरी तरह से अध्ययन कर आगामी कदम उठाए जाएंगे.
गौरतलब है कि सैकड़ों लोगों के जल जनित रोग के चपेट में आने से जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका भी यहां पर सवालों में है. बीमारी फैलने के चौथे दिन के बाद भी अभी तक वाटर सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है जबकि 900 के करीब लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ध्यान में आने के बाद उनके निर्देशों पर राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू ने मंगलवार को व्यवस्था का जायजा यहां पर आ कर लिया है.
उम्मीद जताई जा रही थी कि सोमवार शाम तक यहां पर विभिन्न पेयजल योजनाओं से लिए गए पानी के सैंपल की डिटेल एनालिसिस रिपोर्ट आ जाएगी. विभाग के अधिकारियों का दावा था कि सोमवार तक यह रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी लेकिन अभी तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और ना ही योजना से पेयजल को अभी तक बहाल किया गया है. बीमारी फैलने के चौथे दिन भी तेजस सप्लाई बंद होने के कारण अब टैंकर के जरिए ही पानी उपलब्ध कराया जा रहा है.