हमीरपुर: डीसी हरिकेश मीणा की अध्यक्षता में बुधवार को उपायुक्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में ग्रामीण विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया. इसमें जिला के विकास खंड अधिकारियों सहित पंचायती राज विभाग से जुड़े अन्य अधिकारियों ने भाग लिया.
उपायुक्त ने कहा कि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्यवन के लिए खंड विकास अधिकारियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है. सभी बीडीओ फील्ड में जाकर विकास कार्यों का निरंतर निरीक्षण करें और साप्ताहिक आधार पर इनकी प्रगति की समीक्षा भी करें. उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्यों के प्रति जुनून पैदा करें और अपने कार्यक्षेत्र में लोगों की जरूरतों के अनुरूप विकास कार्य संपन्न करवाएं.
डीसी ने कहा कि दो वर्ष से पुराने कार्यों को पूरा करने में विशेष रूची दिखाएं और इनकी प्रगति रिपोर्ट भेजना भी सुनिश्चित करें. इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी विकास खंड बरसात के मौसम में बारिश से हुए नुकसान की सूची तैयार कर एक सप्ताह में प्रेषित करें. इसके लिए पटवारी व पंचायत सचिवों के माध्यम से जानकारी एकत्र करें. इसके लिए आवश्यकता अनुसार अनुपूरक सेल्फ जारी करने पर विचार किया जाएगा.
डीसी हरिकेश मीणा ने कहा कि मनरेगा से संबंधित कार्यों के प्रति लोगों को शिक्षित एवं जागरूक भी करें. बैठक में कहा गया कि जिला में साल 2020-21 में अभी तक मनरेगा के अंतर्गत लगभग 17 करोड़ 34 लाख रुपये व्यय किए जा चुके हैं. इस वित्त वर्ष में 12,14,290 कार्य दिवस के लक्ष्य के विपरीत अभी तक 6,31,865 कार्य दिवस अर्जित किए जा चुके हैं. हमीरपुर जिला में मनरेगा के अंतर्गत समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित किया गया है और 99.15 प्रतिशत की उपलब्धि के साथ जिला पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर है.