हमीरपुर: पिता मुसीबत में हो तो एक बेटा उसकी ढाल बनता है. लेकिन हमीरपुर जिले की एक बेटी अपने पिता की जिंदगी के लिए उम्मीद लेकर आई. इस बेटी ने अपने पिता को मौत के मुंह से बाहर निकाल कर मिसाल कायम की है. हमीरपुर जिले के टौणीदेवी की प्रिया ने अपने बीमार पिता की जान बचाने के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा दिया है. दिल्ली के एक निजी अस्पताल में पिता का सफल लीवर ट्रांसप्लांट ऑपरेशन हुआ है. पिता लिवर की बीमारी से जूझ रहे थे तो बेटी ने अपनी जान की परवाह किए बिना ट्रांसप्लांट के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा पिता को दे दिया. (liver transplantation) (Daughter donated liver to his father in Hamirpur)
लिवर की बीमारी से पीड़ित थे पिता-टौणीदेवी तहसील के कोहली गांव के रहने वाले मोहिंद्र शर्मा पूर्व सैनिक हैं. दिल्ली के एक निजी अस्पताल में जांच के दौरान उन्हें पता चला कि उनका लिवर खराब है. जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी. परिवार ने इस पर विचार-विमर्श किया और डॉक्टरी जांच में मोहिंद्र की बेटी प्रिया का लिवर पिता से मैच हो गया. जिसके बाद प्रिया ने अपने पिता को लिवर का हिस्सा देने का फैसला लिया. (Daughter donates part of liver to save her father)
स्टाफ नर्स के रूप में कार्य करती हैं प्रिया:बता दें कि पूर्व सैनिक मोहिंद्र शर्मा की जुड़वा बेटियां हैं. रिया और प्रिया दोनों दिल्ली के उसी निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स है जहां पिता का ऑपरेशन हुआ है. पिता के पेट दर्द की शिकायत पर बेटी ने ही अस्पताल में इलाज करवाया. जब डॉक्टरों ने लिवर ट्रांसप्लांट को ही एकमात्र उपाय बताया तो पिता की जान बचाने के लिए प्रिया ने डॉक्टरों की सलाह के बाद अपनी जांच कराई तो ट्रांसप्लांट के लिए उनका लिवर मैच हो गया. (Girl Donates liver to her Father)