हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर में चुनाव नजदीक आते ही संभावित प्रत्याशी जीत के लिए जुगाड़ करने में जुट गए हैं. वहीं, नगर परिषद हमीरपुर के स्थाई निवासियों को वोटर बनाकर जीत का सेहरा अपने सिर बांधने का जुगाड़ किया जा रहा है तो कहीं इसके विरोध में प्रशासन को शिकायत सौंपी जा रही हैं.
ऐसा नहीं है कि नगर परिषद हमीरपुर के बाहर के एरिया के वोटर को ही हथियार बनाया जा रहा है, बल्कि यदि कोई दूसरे वार्ड का बाशिंदा है तो उसे संभावित प्रत्याशी अपने वार्ड के वोटर के रूप में पेश करने के लिए नए सिरे से वोट बनवा रहे हैं.
बुधवार को तहसीलदार हमीरपुर के कार्यालय में नए वोट के आवेदनों की जांच शुरू की गई, लेकिन शिकायतकर्ता इससे संतुष्ट नहीं दिखे. अभी हम शिकायतकर्ता हाईकोर्ट जाने का भी मन बना चुके हैं. शिकायतकर्ता इस बात से आहत हैं कि कुछ लोग अपनी सुविधा के अनुसार इस चीज का फायदा उठा रहे हैं और वोटर को सुविधा के अनुसार वार्डों में वोटरों को इधर-उधर शिफ्ट करते रहते हैं जो कि गलत है.
शिकायतकर्ता अनूप पराशर का कहना है कि जब नगर परिषद हमीरपुर के चुनाव हो रहे हैं तो यहां के स्थाई निवासियों को ही मतदान का अधिकार होना चाहिए. फर्जी मतदाताओं के आधार पर कुछ लोग जीतने का प्रयास कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है.
उनका कहना है कि यदि इस मामले में प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं करता है तो अदालत का दरवाजा खटखटाने से गुरेज नहीं किया जाएगा. इस मामले को हाईकोर्ट तक ले जाया जाएगा कुछ लोग अपनी सुविधा के अनुसार वार्डों में वोटरों को इधर-उधर शिफ्ट करते रहते हैं जो कि गलत है.
इस बारे में जब तहसीलदार हमीरपुर अशोक पठानिया से बात की गई तो उनका कहना है कि यदि नगर परिषद का कोई स्थाई निवासी किसी का नाम प्रपोज करता है कि उक्त व्यक्ति नगर परिषद के एरिया में रहता है तो वह अपना वोट बना सकता है.
वोट बनाने के लिए नाम प्रपोज करने वाले व्यक्ति अपना नाम उस वार्ड की वोटर लिस्ट में होना जरूरी है. हमीरपुर शहर में रहने वाले किराएदार भी अपना वोट बना सकते हैं लेकिन इसके लिए यहां के स्थाई निवासी अथवा वोटर को उनका नाम प्रपोज करना पड़ेगा