हमीरपुरः श्रम बोर्ड के कानूनों में बदलाव करने को लेकर केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ हमीरपुर में मजदूरों ने प्रदर्शन किया है. सीटू ने इसे श्रम बोर्ड को ध्वस्त करने की साजिश करार दिया है. केंद्र के इस फैसले के विरोध में मनरेगा मजदूरों ने गांधी चौक पर प्रदर्शन किया.
सीटू के बैनर तले मजदूर गांधी चौक पर एकत्रित हुए. यहां केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया गया. सीटू के प्रदेशाध्यक्ष कश्मीर सिंह ने मजदूरों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों के हक छीनने का प्रयास सरकार कर रही है और इसे सहन नही किया जाएगा.
केंद्र सरकार के खिलाफ हमीरपुर में गरजे मजदूर, श्रम बोर्ड के कानूनों में बदलाव को लेकर प्रदर्शन सीटू नेताओं का कहना है कि श्रम बोर्ड को ध्वस्त कर बोर्ड का पैसा प्रधानमंत्री कोष में जमा करने की साजिश की जा रही है. उद्योगपतियों को मोदी सरकार राहत पहुंचा रही है और मजदूरों का रोजगार छीन रही है. श्रम बोर्ड के माध्यम से मजदूरों को कई तरह की मदद मिलती है. श्रम बोर्ड ध्वस्त हो जाने के बाद मजदूरों को उनके हक से वंचित होना पड़ेगा. मजदूरों ने सरकार को चेताया है कि अगर उनके हको से छेड़छाड़ की गई तो परिणाम गंभीर होंगे.
सीटू के जिला सचिव अनिल मनकोटिया ने कहा कि केंद्र सरकार गरीबों का हक छीन रही है. हमीरपुर के गांधी चौक पर मजदूरों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन के माध्यम से उन्होंने सरकार से फैसलों को वापस लेने की मांग उठाई है.