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बारिश के पानी से भीग गए बिस्तर पर हौसले बुलंद, तंबू में छाता लगाकर धरने पर बैठे अभ्यर्थी

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के बाहर धरने पर बैठे युवाओं की परेशानियां बारिश ने बढ़ा दी हैं. धरना प्रदर्शन के लिए लगाए गए तंबू में बारिश के पानी का रिसाव होने के बाद भी अभ्यर्थी ओटीआर की मांग की कर रहे हैं.

Candidates protest
धरने पर बैठे युवा

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Published : Dec 12, 2019, 9:13 PM IST

हमीरपुर: वन टाइम रिलैक्सेशन को लेकर बीते करीब दो सप्ताह से हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के बाहर धरने पर बैठे युवाओं की परेशानियां बारिश ने बढ़ा दी हैं. आलम ये है कि धरना प्रदर्शन के लिए लगाए गए तंबू में बारिश के पानी का रिसाव शुरू हो गया है. युवा तंबू के अंदर छाता लेकर बैठन को मजबूर हैं. बारिश के पानी से इन लोगों के बिस्तर भी भीग चुके हैं, लेकिन हौसले बुलंद हैं.

गुरुवार को शुरू हुई बारिश इनके लिए मुसीबत लेकर आई. हालांकि अपने हकों के लिए लड़ रहे ये युवा बारिश में भी डटे हुए हैं. इनका कहना है कि जब तक ओटीआर नहीं मिलती चयन आयोग के बाहर शांतिप्रिय धरना इसी तरह जारी रहेगा.

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बता दें कि जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 556 के रिजेक्टेड कैंडिडेट प्रदेश सरकार से ओटीआर की मांग कर रहे हैं. आर एंड पी रूल्स का हवाला देकर इन युवाओं को नौकरी से वंचित किया गया है. इनमें हायर क्वालिफिकेशन, प्राइवेट कंप्यूटर डिप्लोमा‌ समेत अन्य युवा शामिल हैं.

युवाओं का कहना है कि हाईकोर्ट ने ओटीआर देने का फैसला प्रदेश सरकार पर छोड़ रखा है. सरकार चाहे तो इन्हें वन टाइम रिलैक्सेशन देकर बचे हुए 500 से अधिक पदों पर नौकरी दे सकती है. वर्तमान में 2400 युवक इस पोस्ट कोड में हायर एजुकेशन व प्राइवेट कंप्यूटर डिप्लोमा होने के कारण रिजेक्ट किए गए हैं.

गौरतलब है कि सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा धरने पर बैठे युवाओं से मिले हैं. विधानसभा सत्र में भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट के मुद्दे को रखा गया है जब तक सरकार ओटीआर देने का फैसला नहीं लेती ये युवा कर्मचारी चयन आयोग के बाहर शांति पूर्वक धरने पर बैठे रहेंगे. वहीं, अगर धरना प्रदर्शन के दौरान युवाओं को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेवार भी प्रदेश सरकार की होगी.

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