हमीरपुर: ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों का चहुमुखी विकास सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों को सीधा बजट देने की व्यवस्था की है. इनके लिए बजट की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है. अगर पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि समर्पण भाव से कार्य करें तो वे अपने गांवों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं.
पंचायतघरों को बहुउद्देश्यीय भवनों के रूप में विकसित करने पर जोर
मंगलवार को नादौन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बदारन के गांव भड़ोली भगौर में पंचवटी पार्क का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पंचायत कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ऑनलाइन ऑडिट की व्यवस्था लागू करने जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पंचायतघरों को बहुउद्देश्यीय भवनों के रूप में विकसित करने पर जोर दे रही है, ताकि लोगों को एक ही छत के नीचे अधिक से अधिक सुविधाएं मिल सके. कंवर ने नई पंचायतों के जनप्रतिनिधियों से पंचायतघरों के निर्माण कार्य को भारत निर्माण सेवा केंद्र के शैल्फ में डालने की अपील भी की.
गौशालाओं में रखी हर गाय के लिए प्रतिमाह पांच-पांच सौ रुपये
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन वर्ष पूर्व अपना कार्यभार संभालते ही बेसहारा पशुओं की समस्या के स्थायी समाधान के लिए बहुत बड़ी पहल की थी. इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. प्रदेश भर में पशु अभयारण्यों और गौशालाओं के निर्माण के लिए धनराशि का प्रावधान किया गया है. राज्य में संचालित की जा रही बड़ी गौशालाओं में रखी हर गाय के लिए प्रतिमाह पांच-पांच सौ रुपये दिए जा रहे हैं.