भोरंज/हमीरपुर:महिला एवं बाल विकास विभाग सर्कल भोरंज के अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्र सुंगरवाड़ में अनीमिया की रोकथाम के लिए बाल विकास अधिकारी जीत राम चौधरी की अध्यक्षता में रक्त जांच शिविर को आयोजन किया गया. इसमें बच्चों, किशोरियों और गर्भवति महिलाओं ने भाग लिया. जांच में 106 में से 15 अनीमिक पाये गये.
वृत पर्यवेक्षिका ने कहा कि शरीर में खून की कमी का अर्थ है अनीमिया. शरीर में हिमोग्लोबिन एक ऐसा तत्व है जो कि मनुष्य के शरीर में खून की मात्रा को बताता है. पुरूषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत तथा महिलाओं में 11 से 14 प्रतिशत तक होनी चाहिए.
अनीमिया के लक्षणों के बारे में बताया
उन्होंने बताया कि त्वचा का सफेद होना, जीभ, नाखूनों एवं पल्कों के अंदर सफेदी, कमजोरी व अधिक थकावट, चक्कर आना, बेहोश होना व सांस फूलना, हृदय गति तेज होना व चेहरे एवं पैरों में सूजन दिखाई देना अनीमिया के लक्षण हैं. इससे बचने के लिये हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, भिडी, चुकंदर, गोभी, ब्रोकली का अधिक प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि इनमें आयरन की मात्रा सबसे अधिक मात्रा में पाई जाती है.