जानकारी देते हुए सदर थाना हमीरपुर के प्रभारी संजीव गौतम. हमीरपुर:मेडिकल कालेज हमीरपुर में तैनात एनेस्थिसिया डॉ. जितेंद्र कुमार की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है. मृतक डॉक्टर का शव पक्का भरो के जंगल बरामद हुआ है. सदर थाना हमीरपुर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद मौके शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. जांच के लिए फॉरेसिंक टीम को भी मौके पर बुलाया गया. पुलिस की मौजूदगी में फॉरेसिंक टीम ने कई तरह के साक्ष्य मौके से बरामद किए हैं.
प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि पुलिस जहां शव बरामद हुआ वहां से पुलिस को शराब की बोतल व सिरिंज भी मिली है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर सुबह अपने हमीरपुर स्थित किराए के घर से अचानक निकल गए थे डॉक्टर अस्पताल में नहीं पहुंचे और स्टाफ और परिजनों ने की तलाश शुरू की. पुलिस टीम को जहां पर डॉक्टर के शव मिला है वहां से कुछ ही दूरी पर मृतक डॉक्टर की गाड़ी को भी पक्का भरो से मट्टनसिद्ध जाने वाले बाईपास मार्ग पर बरामद किया है. पक्का भरो से कुछ दूरी पर सड़क से जंगल की ओर सीधी चढ़ाई के बाद घने पेड़ों के बीच यह शव बरामद किया गया है.
जानकारी के मुताबिक मृतक डॉक्टर जितेंद्र जिला सोलन के तहत कंडाघाट के रहने वाले थे. डॉक्टर विवाहित था और अपने पीछे पत्नी के साथ एक छोटा बच्चा भी छोड़ गया है. प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि सोमवार को जितेंद्र अचानक अपने किराए के मकान से गाड़ी लेकर निकल गया. काफी समय तक जब वह किराए के मकान में नहीं पहुंचा और न ही अस्पताल पहुंचा तो तलाश शुरू हुई. मेडिकल कॉलेज के साथी डॉक्टरों ने उसकी तलाश शुरू की. मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को इस दौरान एथेस्थिसिया चिकित्सक की गाड़ी पक्का भरो बाईपास मार्ग पर सडक़ किनारे पार्क दिखी. साथी डॉक्टरों ने लगातार डॉ. जितेंद्र से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका मोबाइल भी नेटवर्क में नहीं था.
इसी बीच वह इसे ढूंढते हुए साथ में लगते चढ़ाई वाले जंगल में पहुंचे तो वहां पर डॉक्टर मृत अवस्था में पड़ा था. स्टाफ ने तुरंत सदर थाना पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज हमीरपुर भेज दिया है. सदर थाना हमीरपुर के प्रभारी संजीव गौतम का कहना है कि फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर सबूत एकत्र किए हैं. प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है. हालांकि पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण स्पष्ट होंगे.
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