हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर में हार कर भी भाजपा जीत गई. आंकड़ों में तो भाजपा हार गई लेकिन नगर परिषद हमीरपुर की सियासत में इसे रणनीतिक जीत माना जा रहा है. सियासी तौर पर भाजपा की नगर निकाय चुनावों में शहर की राजनीति की सबसे बड़ी जीत कही जा रही है.
भाजपा समर्थित हमीरपुर के निवर्तमान उपाध्यक्ष बजाज और अध्यक्ष सलोचना देवी को करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इन दोनों वार्ड से भाजपा के बागी संदीप भारद्वाज और डॉ. सुशील शर्मा ने भारी मतों से जीत हासिल की. वार्ड नंबर चार में एक तरफ जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं का संदीप भारद्वाज के साथ मिला.
वहीं, इस वार्ड से नामांकन वापस लेने वाले पूर्व पार्षद अनिल सोनी ने भी खुलेआम संदीप भारद्वाज को अपना समर्थन दिया था. अनिल सोनी ने चुनाव तो नहीं लड़ा, लेकिन किंग मेकर की भूमिका में वह बखूबी नजर आए.
अनिल सोनी ने बताई भाजपा की रणनीतिक जीत
नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर तीन से पूर्व पार्षद अनिल सोनी का कहना है कि यह भाजपा की रणनीतिक जीत है. नगर परिषद हमीरपुर में कुछ चेहरे भ्रष्टाचार के पर्यायवाची बन गए थे, लेकिन अब बदलाव हुआ है. उन्हें विश्वास है कि आप चुनकर आए प्रतिनिधि लोगों को निराश नहीं करेंगे.