भोरंज/हमीरपुर: भोरंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मुंडखर को सरकार की ओर से उत्कृष्ट स्कूल बनाया गया है. इस स्कूल ने प्रदेश को एक जज से लेकर महिला नर्सिंग लेफ्टिनेंट और कई प्रशासनिक अधिकारी दिए हैं. बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिले और स्कूल का शैक्षणिक ढांचा सुदृढ़ हो इसके लिए प्रदेश सरकार ने 44 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है.
मुंडखर स्कूल की स्थापना प्राथमिक पाठशाला के रूप में स्थानीय शिक्षक रिवाल सिंह ने आठ जुलाई 1913 को की थी. इसके बाद इस पाठशाला ने जिला शिक्षा परिषद के अधीन कई उतार-चढ़ाव देखे व उन्नति प्राप्त की. स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर एक अप्रैल 1957 को माध्यमिक, 1965 में स्तरोन्नत करके उच्च और 29 दिसंबर 1997 को वरिष्ठ माध्यमिक के रूप में स्तरोन्न किया. स्कूल ने 1968 से लेकर 2014 तक प्रदेश को कई काबिल अधिकारी दिए हैं, जिसमें से दो भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी, 25 प्रधानाचार्य, पांच मुख्य अध्यापक व अन्य अधिकारी शामिल हैं.
शिक्षकों ने अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में दिलाया दाखिला
स्कूल में 44 लाख से उच्च शिक्षा के लिए पोडियम सिस्टम, बच्चों के शारीरिक व सांस्कृतिक विकास के लिए जिम व खेल की सुविधा और स्कूल परिसर में औषधीय पौधों से वनस्पति उद्यान विकसित किया जाएगा. इसके अलावा विज्ञान प्रयोगशाला में आधुनिक यंत्र स्थापित होंगे. मुंडखर स्कूल प्रधानाचार्य स्नेहा शर्मा ने बताया कि मुंडखर स्कूल को उत्कृष्ट स्कूल का दर्जा मिलने पर 44 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं. जिससे स्कूल का विकास होगा और बच्चों को आधुनिक शिक्षा की सुविधा मिलेगी.
ये हैं अखंड शिक्षा ज्योति मेरे स्कूल से निकले 'मोती'
- अवतार सिंह, सत्र न्यायाधीश शिमला हाई कोर्ट
- अरुण शर्मा, भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी
- हेमराज शर्मा, निदेशक, बागवानी
- कुलदीप सिंह, एमबीबीएस
- प्रदीप कुमार, भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी
- अनिल कुमार, सहायक प्राध्यापक
- नीरज शर्मा, वरिष्ठ आवासीय चिकित्सक
- अनिल मनकोटिया, तहसीलदार भोरंज
- देवेंद्र सिंह, सहायक प्राध्यापक
- महेंद्र सिंह, एमबीबीएस
- कार्तिक शर्मा, एमबीबीएस
- राजन कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर
- सुनिधि ठाकुर, नर्सिंग लेफ्टिनेंट
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