हिमाचल विधानसभा चुनाव में राम रहीम की एंट्री! जयराम सरकार के मंत्री ने सत्संग में लगाई हाजिरी
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी मिशन रिपीट में तो कांग्रेस मिशन डिलीट में जोर-शोर से जुटी हुई है. चुनावी साल में देश के अन्य हिस्सों की तरह हिमाचल के राजनेता भी धार्मिक डेरों की तरफ ताकना शुरू कर देते हैं. राजनेता इन डेरों में जाकर न केवल शीश नवाते हैं, बल्कि प्रवचन भी सुनते हैं. चुनावी माहौल में राम रहीम की भी एंट्री हो गई है. दरअसल डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम अभी पैरोल पर है और इन दिनों वर्चुअल माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों में सत्संग कर रहा है. वहीं, जसवां-परागपुर से विधायक और हिमाचल के परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर नाम चर्चा घर में आयोजित सत्संग में राम रहीम का आशीर्वाद लेने पहुंचे. (Himachal Assembly Elections 2022)
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रही है. लेकिन बात अगर भाजपा की की जाए तो भाजपा द्वारा 2017 में जारी किए गए घोषणापत्र में कई वादे किए गए थे जो आज तक पूरे नहीं किए गए. जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर. (BJP not fulfill many promises of manifesto 2017) (BJP manifesto 2017) (Himachal BJP manifesto 2022) (Himachal BJP manifesto 2017)
औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के अधीन आने वाली दून विधानसभा क्षेत्र में साल 2003 के बाद कोई भी विधायक अपना मिशन रिपीट बतौर विधायक नहीं कर पाया है. कहा जाता है कि यहां पर पहाड़ी क्षेत्र हर बार हार जीत हार का फैसला करता है. पहाड़ी क्षेत्र में दून विधानसभा क्षेत्र की 22 पंचायतें आती है जिसमें करीब 25,000 मतदाता है और यही मतदाता हर बार जीत हार सुनिश्चित करते हैं. दून सीट पर भाजपा की ओर से निवर्तमान विधायक परमजीत सिंह पम्मी को उम्मीदवार बनाया गया है तो वहीं, कांग्रेस ने पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी को मैदान में उतारा है. (Himachal Assembly Election 2022) (BJP Candidate from Doon Assembly constituency) (Congress Candidate from Doon Assembly constituency)
चुनावी सीजन में ठाकुरों की मंडी, सात ओपन सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के 13 राजपूत नेता चुनावी मैदान में
हिमाचल विधानसभा चुनाव को लेकर 29 अक्टूबर को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि चुनावी मैदान में इस बार कितने उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश की राजनीति में जातिगत समीकरण को नकारा नहीं जा सकता है. सूबे में राजपूत और ब्रह्मण समुदाय की सबसे ज्यादा आबादी है. यहां राजपूत का राजनीति में मजबूत धमक मानी जाती है. या यूं कहें कि हिमाचल की राजनीति में राजपूतों के बिना सत्ता को हासिल नहीं किया जा सकता है और सीएम के गृह जिले में इस बार तो चुनावी मैदान में भाजपा-कांग्रेस के 13 राजपूत नेता हैं. (Rajputs in Himachal Politics) (Himachal Assembly Elections 2022)
हिमाचल विधानसभा चुनाव: टिकट कटने से नाराज बीजेपी नेता महेश्वर सिंह आज लेंगे महत्वपूर्ण फैसला
हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की आज छंटनी प्रक्रिया चल रही है. 12 नवंबर को चुनाव होंगे और 8 दिसंबर को मतगणना है. लेकिन चुनाव से पहले हिमाचल में बागी नेता भाजपा का समीकरण बिगाड़ते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, कुल्लू विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी महेश्वर सिंह टिकट कटने के बाद आजाद प्रत्याशी के रूप में नामांकन तो दाखिल कर ही चुके हैं. चुनाव को लेकर आज आगामी राणनीति भी तैयार करेंगे. ऐसे में आज यह तय हो जाएगा कि आखिर महेश्वर सिंह क्या फैसला लेते हैं. (Kullu assembly seat) (Independent candidate Maheshwar Singh)