चंबा: हिमाचल प्रदेश में मॉनसून आने से पहले ही नुकसान की खबरें आना शुरू हो गई हैं चंबा जिला के सबसे दूरदराज इलाके सलूनी उपमंडल के तहत आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला नडल के एक कमरे की छत तेज हवाओं के कारण उड़ गई.
गनीमत रही की इस समय कोरोना महामारी के कारण बच्चे स्कूल में मौजूद नहीं हैं, नहीं कोई बड़ा हादसा हो सकता था. कोरोना वायरस के साथ-साथ मॉनसून ने भी अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. यह घटना रविवार सुबह की है. जब मौसम बारिश का बाद थोड़ा सुहावना हुआ था, लेकिन तेज हवाएं इतने जोर से चल रही थी कि मानो कुछ न कुछ अनहोनी होने का अंदेशा लोगों को हो गया था.
राजकीय प्राथमिक पाठशाला नडल की छत उड़ा ले गई तेज हवाएं बता दें कि इस स्कूल में 80 से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, लेकिन महामरी के चलते अपने घरों में रहने को मजबूर हैं. फिलहाल स्कूल के एक कमरे की छत उड़ गई है. नडल पंचायत के प्रधान तिलक सिंह का कहना है कि हमारे क्षेत्र में प्राथमिक पाठशाला नडल के एक कमरे की छत उड़ गई जबकि स्कूल के अन्य कमरों को भी नुकसान हुआ है.
गनीमत रही की जब ये भारी तूफान के चलते ये घटना घटी तब स्कूल में बच्चे नहीं थे अन्यथा कोई बड़ा हादसा देखने को मिल सकता था.
पढ़ें:चंबा में नहीं हो पाएगी 70 से ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच, स्टाफ की कमी बनी अड़ंगा