चंबा: दशकों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रदेश के अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रस्तावित करीब 21 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण एक निजी कंपनी को सौंपा गया है. रावी नदी से मशीनों को पार करने के बाद शनिवार को सड़क का निर्माण भी विधिवत रूप से शुरू कर दिया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पठानकोट की निजी कंपनी जेक्शन को इस निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है .21.400 किलोमीटर लंबे इस सड़क के बीच में दो पुलों का निर्माण भी होगा, जिसका काम भी इसी कंपनी को दिया गया है.
इसके चलते हिमाचल का कालापानी कहे जाने वाले बड़ा भंगाल के साथ-साथ बजोल पंचायत के करीब आधा दर्जन गांवों को सड़क सुविधा से जुड़ने की उम्मीद है. खबर की पुष्टि लोक निर्माण विभाग के होली स्थित सहायक अभियंता आरके मरोल ने की है.
बता दें कि कांगड़ा जिला का बडा भंगाल प्रदेश के अति दुर्गम क्षेत्रों में शामिल है. बडा भंगाल तक पहुंचने के लिए कांगड़ा जिला के बीड़ से वाया थमसर जोत होकर पैदल पहुंचा जा सकता है, जबकि एक अन्य रास्ता भरमौर की होली घाटी से है.
वहीं, सर्दियों में बडा भंगाल करीब 6 महीने तक शेष विश्व से पूरी तरह से कटा रहता है. बडा भंगाल को सड़क सुविधा से जोड़ने की कवायद दशकों पहले शुरू हुई थी, लेकिन वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की हरी झंडी के लिए यह सड़क योजना लंबे समय तक लटकी रही. लिहाजा दशकों के इंतजार के बाद वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से सड़क निर्माण को हरी झंडी मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग ने टेंडर प्रक्रिया आयोजित कर पठानकोट की निजी कंपनी जेक्शन को इस निर्माण का जिम्मा सौंपा है.