चंबा: राजेरा-झुलाड़ा मार्ग पर हुए भूस्खलन को 2 महीने का समय होने वाला है. यहां लगातार भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, लेकिन यहां पर विभाग ने ना तो भूस्खलन को रोकने के लिए कोई उचित उपाय किया है और ना ही मार्ग को बहाल किया है. जिसकी वजह से यहां के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को करीब दो किलोमीटर पैदल कठिन रास्तों से होकर जाना पड़ रहा है. बुजुर्ग और छात्र इससे ज्यादा परेशान हैं. मरीजों को पीठ पर या पलंग पर उठाकरअस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है.
2 महीने बाद भी नहीं सुधरी राजेरा-झुलाड़ा मार्ग की दशा, लोग बोले: चंदा इकट्ठा कर मदद को तैयार - राजेरा-झुलाड़ा मार्ग
राजेरा-झुलाड़ा मार्ग पर भूस्खलन हुए 2 महीने होने वाले है, लेकिन यहां पर विभाग ने ना तो भूस्खलन को रोकने के लिए कोई उचित उपाय किया है और ना ही मार्ग को बहाल किया गया है.
दरअसल 2 महीने पहले यहां पर बहुत भारी भूस्खलन हुआ था, जिसकी चपेट में आकर 3 लोगों की मौत हो गई थी, उसके बाद यहां पर पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है. विधायक और एसडीएम ने मिलकर इस जगह का निरीक्षण किया था. ताकि यहां कोई उचित व्यवस्था की जाए. साथ ही विधायक ने विभाग को यहां तुरंत कोई न कोई व्यवस्था करने के आदेश भी जारी किए थे, लेकिन उसके बावजूद अभी तक किसी भी तरह का कोई उपाय इस भूस्खलन को रोकने का नहीं किया गया है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि आज करीब 2 महीने इस रास्ते को बंद हुए हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन अभी तक कोई भी उचित व्यवस्था नहीं कर पाया. भूस्खलन लगातार हो रहा है यहां और भी कोई हादसा हो सकता है. ग्रामीणों ने कहा की अगर प्रशासन के पास इसका कोई उपाय या बजट नहीं है तो खुद गांव वाले चंदा इकट्ठा कर इस काम को करवाने के लिए सरकार की सहायता करने के लिए तैयार हैं.