डलहौजी: देश के स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता. आज पूरा देश नेताजी की 75वीं पुण्यतिथि मना रहा है. स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस का डलहौजी से गहरा नाता रहा है.
साल 1937 में मई महीने की शुरुआत में सुभाष चंद्र बोस ने डलहौजी में सात महीने गुप्त रूप से बिताए थे. डलहौजी आने से पहले ब्रिटिश हुकूमत ने सुभाष चंद्र बोस को जेल में डाल दिया था. जहां पर उनका स्वास्थ्य तेजी से खराब होता रहा.
इस दौरान परिवार के आग्रह पर और बिगड़ती हालत के चलते ब्रिटिश हाईकोर्ट ने नेताजी को रिहा कर दिया था. इसके बाद सुभाष चंद्र बोस ने इंग्लैंड के अपने छात्र जीवन के मित्र डॉ. धर्मवीर और उनकी पत्नी के पास डलहौजी जाने का फैसला किया, उन दिनों डलहौजी उत्तर भारत का प्रसिद्ध आरोग्य स्थल हुआ करता था.