चंबा: आज की तारीख में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है और इस बात को सार्थक करते हुए हमीरपुर की 22 साल की नैंसी कटनौरिया ने नूरपुर में एम्बुलेंस चालक (first woman ambulance driver of Himachal) के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया है. नैंसी हिमाचल पथ परिवहन से प्रशिक्षित (ambulance driver of Himachal ) हैं और अब प्रदेश की प्रथम एम्बुलेंस चालक के रूप में अपनी सेवा 102 एम्बुलेंस नूरपुर में दे रही हैं. शुक्रवार को चंबा जिले की सर्पीली सड़क पर हिमाचल की पहली महिला एम्बुलेंस चालक नैंसी कटनौरिया एम्बुलेंस चलाती नजर आईं. दरअसल शुक्रवार को नैंसी को चिंतपूर्णी से एक प्रसूता को उसके घर बनीखेत छोड़ने का जिम्मा सौंपा गया था.
इस दौरान नैंसी जब जिला की सड़कों पर एम्बुलेंस चलाती नजर आईं तो हरकोई सड़क पर रूक कर एम्बुलेंस को देखता रह गया. 22 वर्षीय नैंसी कटनौरिया ने हाल ही में नूरपुर में एंबुलेंस सेवा में बतौर अपना कार्यभार संभाला है. इससे पहले दो महीने तक उन्होंने एचआरटीसी हमीरपुर में ड्राइविंग स्कूल से प्रशिक्षण कर लाइसेंस प्राप्त किया है.
कांगड़ा के एम्बुलेंस जिला प्रभारी इशान राणा ने बताया कि हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में चल रही 108 और 102 एम्बुलेंस का संचालन बिहार की मेडस्वान संस्था को सौंपा है और संस्थान ने पूर्व कर्मचारियों के साथ साथ नई प्रतिभाओं को भी एम्बुलेंस से जुड़ने का मौका दिया है. इसी के अंतर्गत नैंसी की कड़ी मेहनत और लगन को देखते हुए उन्हें चालक पद पर ज्वाइनिंग दी गई है. नैंसी के अनुसार उसका बचपन से ही सपना था की वो एक कुशल चालक बन कर प्रदेश के लोगों को सेवा दें और आज एम्बुलेंस चालक के रूप में चयनित हो कर के अपने सपने को पूरा कर रही हैं. जिला प्रभारी इशान राणा और मेडस्वान संस्था के आला अधिकारियों ने नैंसी को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.