भरमौर:पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली 21 ग्राम पंचायतों समेत जनजातीय क्षेत्र के 2 गांवों के लोगों को एसटी का दर्जा दिलाने का मामला केंद्रीय जनजातीय आयोग के समक्ष पहुंच गया है. क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज ने इस मामले को आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हर्ष चौहान के समक्ष रखा है. विधायक ने 21 पंचायतों की भौगोलिक परिस्थितियों समेत तमाम पहलुओं से राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया.
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का मामला उठाया:साथ ही उन्होंने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के भवन निर्माण में हो रही देरी का मामला भी आयोग के समक्ष लाया. इसके अलावा विधायक ने आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हर्ष चौहान को जनजातीय विस क्षेत्र के दौरे पर आने का निमंत्रण भी दिया.उल्लेखनीय है कि हिमाचल के नवनिर्वाचित विधायक प्रशिक्षण के लिए देश की राजधानी दिल्ली गए हुए है,इनमें पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज भी शामिल है.
250 परिवारों को नहीं मिल रहा हक:डॉ. जनक राज ने ने इस दौरान पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली 21 ग्राम पंचायतों की हजारों की आबादी समेत जनजातीय क्षेत्र भरमौर के उलांसा और हडसर के 250 परिवारों को एसटी का दर्जा न होने का मामला प्रमुखता के साथ रखा है. जाहिर है कि जनजातीय क्षेत्र में जीवन यापन कर रहे हडसर और उलांसा गांव के 250 परिवारों को एसटी का दर्जा नहीं है, जिसके चलते वह जनजातीय क्षेत्र के लोगों को मिलने वाले हकों व अधिकारों से भी वंचित है.