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चंबा में 60 रूटों पर दौड़ रही HRTC की बसें, सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा पूरा ख्याल - corona virus

चंबा में हिमाचल पथ परिवहन निगम ने जिला के 60 रूटों पर बसे चलानी शुरू कर दी है. हालांकि इस दौरान एचआरटीसी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बसों को पूरी तरह सेनीटाइज किया जा रहा है. उसके बाद ही बसों में सवारियों को बिठाया जा रहा है.

HRTC buses running on 60 routes in Chamba district
चंबा में हिमाचल पथ परिवहन निगम

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Published : Jun 17, 2020, 10:27 AM IST

चंबा: प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के चलते सरकार अपनी तरफ से इस महामारी के रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी बीच प्रदेश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए सरकार ने प्रदेश में बस चलाने की अनुमति प्रदान की है.

चंबा जिला में भी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों का संचालन शुरू हो गया है. जिला के 60 रूटों पर बसे चलाई जा रही है. इस दौरान जिला प्रशासन लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रख रहा है. पथ परिवहन निगम की बसों को पूरी तरह सेनीटाइज किया जा रहा है. उसके बाद ही बसों में सवारियों को बिठाया जा रहा है. हालांकि सवारियों को बसों बिठाने से पहले उनके टिकट बस के बाहर ही काटे जा रहे हैं. फिर एक-एक करके सवारी को बसों में बिठाया जा रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

बता दें कि 48 सीटर बस में 28 लोगों को ही बैठने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा क्षमता के अनुसार बस में सवारियां बिठाई जाएगी. हालांकि जिस तरफ तीन सीटें होंगीं वहां दो सवारियां ही बैठ पाएंगी. वहीं, जिस तरह 2 सीटें होंगी वहां एक सवारी को बैठने की अनुमति दी गई है.एचआरटीसी की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है.

क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ओंकार सिंह का कहना है कि जिला में करीब 300 से अधिक बसें प्रदेश के दूसरे जिलों से चंबा आती हैं. ऐसे में प्रबंधन ने अभी तक 60% रूटों पर ही पथ परिवहन निगम की बसों को चलाने की अनुमति प्रदान की है. इसके अलावा अभी तक जिला में निजी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. इसके बावजूद बसों में क्षमता के अनुसार 60% सवारियां ही बस में बिठाई जा रही है.

अनलॉक-1 में प्रदेश सरकार की यही कोशिश है कि अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार को कैसे गति दी जाए. गौर रहे कि कोरोना वायरस के चलते इन दिनों चंबा जिला के लोग फिलहाल बसों का कम ही सहारा ले रहे हैं. ऐसे में पथ परिवहन निगम को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

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