चंबा: जनजातीय क्षेत्र भरमौर उपमंडल के मुख्यालय में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल की आधारशिला रखी. करीब 76 लाख रुपये से निर्मित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल भरमौर से 50 हजार की आबादी को फायदा होगा.
सिविल हॉस्पिटल भरमौर का दौरा करते स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार. फिलहाल अस्पताल में 10 बिस्तरों का इंतजाम किया गया है. अस्पताल में तीन विशेषज्ञ चिकित्सक काम करेंगे, जिसमें शल्य चिकित्सक, पंचकर्म चिकित्सक व महिला रोग विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है. वर्ष 1950 से पहले पूरे भारतवर्ष में इसी पद्धति से लोगों का उपचार किया जाता था. इस पद्धति को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार भी कृतसंकल्प है.
108 एंबूलेंस का निरीक्षण करते स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरे भारतवर्ष में 21 जून को प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाया जाता है, जो कि आयुर्वेद का अभिन्न अंग है. इस चिकित्सा पद्धति का मुख्य उद्देश्य रोगों के उपचार के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य रक्षा करना भी है. आयुर्वेदिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने उपमंडल स्तर पर नेशनल आयुष मिशन(NAM) के तहत 50 बिस्तर वाले अस्पताल खोलने की योजना पर कार्य किया जा रहा है.
108 एंबूलेंस का निरीक्षण करते स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार. स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने सिविल हॉस्पिटल भरमौर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में दाखिल रोगियों का हाल भी पूछा और अटल स्वास्थ्य परियोजना के तहत एक नवजात शिशु के लिए बेबी केयर किट प्रदान कर लाभान्वित किया. इस दौरान उन्होंने हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई टेलीमेडिसिन सेंटर का भी औचक निरीक्षण किया. स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को प्रदान किए जाने वाली स्वास्थ्य संबंधी जानकारी का भी जायजा लिया. वहीं 108 एंबूलेंस का भी गहनता के साथ निरीक्षण किया.