चंबा: हिमाचल प्रदेश के पूर्व आयुर्वेद राज्यमंत्री मोहन लाल का बीते शुक्रवार दोपहर को देहांत हो गया. 76 वर्ष की आयु में उन्होंने जालंधर के टैगोर हॉस्पिटल में अपनी अंतिम सांस ली. मोहन लाल 19 साल तक स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दी थी. साल 1977 में उन्होंने नौकरी छोड़ कर चुराह विधानसभा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 1982 में एक बार फिर उन्होंने चुनाव लड़कर जीत हासिल की.
दिवंगत भाजपा नेता मोहनलाल ने अपने चुनावी सफर में छह बार चुनाव लड़ा था और चार बार जीत हासिल की थी. साल 1998 में उन्होंने अपना आखिरी चुनाव लड़ा और जीत हासिल जिसने उन्हें प्रदेश की धूमल सरकार में आयुर्वेद राज्यमंत्री के रूप में स्थान पाया. मोहनलाल का राजनीतिक कद इतना अधिक ऊंचा था कि कांग्रेस नेता भी उनकी शराफत व दरियादिली की तारीफ करने में गुरेज नहीं करते थे.
हंसराज और पवन नैय्यर अंतिम यात्रा में हुए शामिल
विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज भाजपा नेता मोहन लाल के अंतिम दर्शन करने पहुंचे हुए थे. उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि उनके बाद मैंने चुराह विधान सभा क्षेत्र की कमान संभाली है. मुझे काफी दुःख हुआ, जब उनके निधन की खबर सुनी. मोहनलाल उन नेताओं में शुमार थे, जिन्होंने चंबा जिला में अपनीं अलग पहचान बनाई थी. चंबा सदर विधायक पवन नैय्यर ने बताया कि उनके चले जाने से भाजपा को बड़ी क्षति हुई है. हम लोग धर्मशाला में चुनाव में थे, लेकिन जैसे हमें खबर मिली तो हम लोगों ने धर्मशाला से चंबा उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और डीसी चंबा ने जताया दुख
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जब मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार चंबा जिला के दौरे पर आए थे, तो उन्होंने मोहनलाल के घर में जाकर नाश्ता भी किया था. उपयुक्त चंबा डीसी राणा ने कहा कि दिवंगत नेता का पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी गहरा शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा वह पूर्व मंत्री मोहनलाल के निधन के दुखद समाचार से विचलित हुए हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार और समर्थकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
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