चंबा: टांडा, शिमला व मंडी के बाद मेडिकल कॉलेज चंबा में डेडिकेटिड कोविड अस्पताल स्थापित होगा. अब जिला के कोरोना मरीजों को गंभीर हालत में टांडा अस्प्ताल रेफर नहीं करना पड़ेगा. उनका इलाज चंबा में हो जाएगा.
इसके लिए मेडिकल कॉलेज चंबा में डेडिकेटिड कोविड विंग बनाया जाएगा. इसे 18 चिकित्सकों व 18 स्टाफ नर्सों द्वारा कॉलेज प्राचार्य की निगरानी में चलाया जाएगा. कॉलेज प्रबंधन ने फील्ड से 18 चिकित्सकों को डेपुटेशन पर मेडिकल कॉलेज चंबा में तैनात कर दिया है.
शुक्रवार को इन चिकित्सकों का प्रशिक्षण भी आरंभ कर दिया है. प्राचार्य की अगुवाई में पांच वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम तीन दिन प्रशिक्षण देगी. मौजूदा समय में कोरोना मरीजों को गंभीर हालत में कोविड अस्पताल धर्मशाला रेफर किया जाता है.
चंबा से टांडा पहुंचने में पांच से छह घंटे का समय लग जाता है. ऐसे में मरीज रास्ते में ही दम तोड़ रहे हैं. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने इस मुद्दे को स्वास्थ्य सचिव आरडी धीमान के समक्ष उठाया था. स्वास्थ्य सचिव ने सरकार के समक्ष इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ रखा और चंबा के लिए डेडिकेटिड कोविड विंग की मंजूरी दिलवाई.