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चंबा मेडिकल कॉलेज में स्थापित होगा डेडीकेटेड कोविड सेंटर, डॉक्टर्स को दिया जा रहा प्रशिक्षण

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Published : Sep 26, 2020, 12:38 PM IST

मेडिकल कॉलेज चंबा में डेडिकेटिड कोविड विंग बनाया जाएगा. इसे 18 चिकित्सकों व 18 स्टाफ नर्सों द्वारा कॉलेज प्राचार्य की निगरानी में चलाया जाएगा. कॉलेज प्रबंधन ने फील्ड से 18 चिकित्सकों को डेपुटेशन पर मेडिकल कॉलेज चंबा में तैनात कर दिया है.

चंबा मेडिकल कॉलेज
चंबा मेडिकल कॉलेज

चंबा: टांडा, शिमला व मंडी के बाद मेडिकल कॉलेज चंबा में डेडिकेटिड कोविड अस्पताल स्थापित होगा. अब जिला के कोरोना मरीजों को गंभीर हालत में टांडा अस्प्ताल रेफर नहीं करना पड़ेगा. उनका इलाज चंबा में हो जाएगा.

इसके लिए मेडिकल कॉलेज चंबा में डेडिकेटिड कोविड विंग बनाया जाएगा. इसे 18 चिकित्सकों व 18 स्टाफ नर्सों द्वारा कॉलेज प्राचार्य की निगरानी में चलाया जाएगा. कॉलेज प्रबंधन ने फील्ड से 18 चिकित्सकों को डेपुटेशन पर मेडिकल कॉलेज चंबा में तैनात कर दिया है.

शुक्रवार को इन चिकित्सकों का प्रशिक्षण भी आरंभ कर दिया है. प्राचार्य की अगुवाई में पांच वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम तीन दिन प्रशिक्षण देगी. मौजूदा समय में कोरोना मरीजों को गंभीर हालत में कोविड अस्पताल धर्मशाला रेफर किया जाता है.

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चंबा से टांडा पहुंचने में पांच से छह घंटे का समय लग जाता है. ऐसे में मरीज रास्ते में ही दम तोड़ रहे हैं. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने इस मुद्दे को स्वास्थ्य सचिव आरडी धीमान के समक्ष उठाया था. स्वास्थ्य सचिव ने सरकार के समक्ष इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ रखा और चंबा के लिए डेडिकेटिड कोविड विंग की मंजूरी दिलवाई.

मेडिकल कॉलेज में वेंटीलेटर व अन्य अत्याधुनिक उपकरण स्थापित किए जाएंगे. कोरोना मरीजों को तीन तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं. कोरोना के सामान्य मरीजों को कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जाता है. इसके अलावा जिन मरीजों में लक्षण पाए जाते हैं और वह किसी तरह की बीमारी से ग्रस्त होते हैं, उन्हें डिस्ट्रिक्ट कोविड केयर अस्पताल में रेफर किया जाता है.

चंबा के डलहौजी में डीसीएचसी बनाया गया है. यहां पर लेवल-टू के कोरोना मरीज एडमिट किए जा रहे हैं. इसके अलावा जिन मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो या उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो तो उन्हें डेडिकेटिड कोविड अस्पताल में भेजा जाता है.

ऐसे मरीजों को वेंटीलेटर पर रखा जाता है. जिला में अब तक ऐसी सुविधा नहीं है. इस स्थिति में मरीजों को टांडा भेजना पड़ रहा था, लेकिन अब चंबा में ही उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.

डॉ. रमेश भारती प्राचार्य मेडिकल कॉलेज चंबा में डेटिकेटिड कोविड केयर अस्पताल बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है. इसके लिए शुक्रवार से 18 चिकित्सकों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है.

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