चंबा: जिला चंबा के तहत आने वाले चुराह वन मंडल में इन दिनों निजी भूमि से कसमल को उखाड़ने का काम किया जा रहा है, लेकिन इसकी आड़ में कुछ वन माफियाओं ने सरकारी वन भूमि को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है और अवैध रूप से कसमल को उखाड़ा जा रहा है. जिसके कारण पुलिस को बेशकीमती कसमल को सरकारी भूमि से उखाड़ने की कई शिकायतें मिल रही थी.
सरकारी भूमि से कसमल उखाड़ने पर वन विभाग की बड़ी कार्रवाई वन माफिया पर वन विभाग की कार्रवाई: लगातार मिल रही शिकायतों के बाद मुख्य वन अरण्यपाल चंबा की अगुवाई में वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों की टीम ने चुराह वन क्षेत्र में दबिश दी और मौके से कई क्विंटल कसमल को जब्त किया है. जिसके बाद वन विभाग द्वारा कुछ लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में आई गई है. वन विभाग द्वारा अवैध रूप से कसमल उखाड़ने वाले 10 आरोपियों से तीन लाख रुपए से अधिक जुर्माना वसूला गया है.
वन विभाग ने कसमल निकालने पर तीन लाख का जुर्माना वसूला 45 क्विंटल कसमल पकड़ी:मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम ने चुराह वन मंडल के तहत पिछले तीन सप्ताह में लगभग 45 क्विंटल कसमल पकड़ी है. गौरतलब है की निजी भूमि से कसमल को निकालने के लिए वन विभाग की अनुमति ली जाती है. दस साल में सिर्फ एक बार साठ-चालीस के अनुपात से कसमल निकाली जाती है, लेकिन सरकारी भूमि से कसमल निकालना अपराध की श्रेणी में आता है. वन विभाग की टीम लगातार ऐसे वन माफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाती है और आरोपियों पर कार्रवाई करती है. बावजूद इसके वन माफिया कसमल को अवैध रूप उखाड़ने से बाज नहीं आते हैं.
पिछले काफी समय से शिकायतें आ रही थी कि कुछ लोग सरकारी भूमि से अवैध रूप से कसमल उखाड़ रहे हैं. जिस पर कार्रवाई करते हुए 45 क्विंटल कसमल पकड़ी गई है. आरोपियों पर तीन लाख से अधिक का जुर्माना लगाया है. मामले में कई लोगों पर केस दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि आगे भी ये कार्रवाई ऐसे ही जारी रहेगी. - अभिलाष दरमोदरन, मुख्य वन अरण्यपाल, वन विभाग
ये भी पढ़ें:हिमाचल विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने बेचा दूध, कांग्रेस की चुनावी गारंटी पर सुक्खू सरकार को घेरा