चंबा: जिला के चुराह विधानसभा क्षेत्र के तरेला नाले को दो पंचायतों के लोग जान जोखिम में डालकर हर रोज पार करते हैं. लोगों को चुराह उपमंडल का रुख करने से पहले हजार बार सोचना पड़ता है. वहीं, प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
जिंदगी खतरे में डालकर उफनता नाला पार करने को मजबूर सैकड़ों लोग, मूकदर्शक बना बैठा है प्रशासन - Bridge is not being built on Tarela drain
चंबा की मंगली और बोंदेडी पंचायतों को चुराह उपमंडल से जोड़ने वाला पुल कई सालों पहले भारी बारिश में पानी के तेज बहाव में बह गया था. तरेला नाले पर बने पुल के टूटने से सैकड़ों लोग जान जोखिम में डालकर रोज उफनता नाला पार करने को मजबूर हैं. प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

दरअसल, मंगली और बोंदेडी पंचायतों को चुराह उपमंडल से जोड़ने वाला पुल कई सालों पहले भारी बारिश में पानी के तेज बहाव में बह गया था, जिसके बाद प्रशासन ने इस पुल को बनाने की जेहमत नहीं उठाई. नाला पार करते समय कई बार यहां हादसे भी पेश आ चुके हैं. प्रशासन की इस लापरवाही के चलते सैकड़ों लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से दोबारा पुल बनाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई असर नहीं हुआ है. लोगों ने प्रशासन से जल्द स्थाई पुल बनाने की मांग की है. इस मामले में एसडीएम चुराह हेम चंद वर्मा का कहना है कि तरेला नाला के लिए प्रशासन ने 15 लाख स्वीकृत किये हैं, जिसका कार्य बरसात के बाद शुरू होगा.