भरमौर/चंबा:हिमाचल प्रदेश के सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी. मतदान को लेकर प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. वहीं, चंबा जिले के भरमौर में इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है. भरमौर में 2017 में 72.00 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था.जिला चंबा के जनजातीय विधानसभा क्षेत्र पांगी-भरमौर में पूर्व वन मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ठाकुर सिंह भरमौरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. पूर्व मंत्री का मुकाबला प्रसिद्व न्यूरो सर्जन डॉक्टर जनक राज (BJP Candidate Janak Raj) के साथ है, जो रिश्ते में पूर्व मंत्री के चाचा लगते हैं. (political equation of bharmour assembly seat) (himachal assembly election 2022)
चाचा-भतीजे में मुकाबला:सात हजार से अधिक मतों से पूर्व में हुए चुनाव में जीत दर्ज करने वाले जिया लाल कपूर का टिकट काट कर इस मर्तबा भाजपा ने डॉ. जनक को अपना चेहरा बनाया है. लिहाजा भरमौर के सियासी दंगल में दो बड़े चेहरों के बीच हो रही जंग प्रदेश में हॉट सीट बन गई है. हालांकि 1951 से वर्ष 2017 तक हलके में कुल 13 चुनाव हुए हैं. जिनमें कांग्रेस ने पांच, भाजपा ने चार, दो मर्तबा आजाद और एक-एक बार स्वतंत्र पार्टी व जनता पार्टी के उम्मीदवारों से जीत का स्वाद चखा है. ( Congress Candidate Thakur Singh Bharmouri)
सबसे बड़ी जीत और छोटी हार का रिकॉर्ड है भरमौरी के नाम: पांगी-भरमौर विस क्षेत्र से जुड़ा रोचक पहलू यह भी है कि इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए चुनावों में सबसे बड़ी जीत और छोटी हार का रिकॉर्ड पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी के नाम है. उन्होंने वर्ष 2003 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तुलसी राम को 9692 मतों से पराजित किया था, जबकि वर्ष 2007 के चुनाव में वह तुलसी राम से ही महज 16 मतों के अंतर से पराजित हुए थे. (Chamba district voting percentage)
कांग्रेस की पसंद भरमौरी:पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र में हुए पिछले छह विधानसभा चुनावों की बात करें तो भाजपा ने दो मर्तबा अपने चेहरे बदले हैं, जबकि हलके में कांग्रेस हाईकमान की ठाकुर सिंह भरमौरी पहली पसंद बने हुए हैं. हांलाकि वर्ष 1993 में कांग्रेस ने ठाकुर सिंह भरमौरी का टिकट काट कर ब्रहानंद ठाकुर को अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन ठाकुर सिंह भरमौरी ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ कर 1277 मतों के अंतर से अपनी जीत दर्ज की थी. जबकि भाजपा ने पांगी-भरमौर विस क्षेत्र में पूर्व विस अध्यक्ष का टिकट काट कर जिया लाल कपूर को चुनाव में उतारा था. लिहाजा मौजूदा समय में हो रहे विस चुनाव में पार्टी ने फिर अपना चेहरा बदल कर डॉ. जनक को अपना प्रत्याशी बनाया है. (himachal voting percentage 2022)
दांव पर प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा :भाजपा प्रत्याशी न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज आईजीएमसी शिमला में बतौर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद पर तैनात थे. लिहाजा वे सरकारी सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृति लेकर राजनीति में उतरे हैं. जबकि ठाकुर सिंह भरमौरी वृद्व नेता हैं और अगर वह विस चुनाव में पिछड़ जाते हैं, तो भरमौर की सियासत में लंबे समय तक दबदबा रखने वाले इस परिवार के भविष्य पर भी संकट खड़ा हो जाएगा. चूंकि इस मर्तबा भी हलके से शुरूआती दौर में कांग्रेस का टिकट युवा नेता सुरजीत भरमौरी को देने पर हाईकमान विचार कर रही थी, लेकिन अंतिम समय में पार्टी हाईकमान ने ठाकुर सिंह भरमौरी को अपना चेहरा बनाया. नतीजतन कहीं ना कहीं इस बात की चर्चा भी क्षेत्र में है कि अगर कांग्रेस यहां से विस चुनाव हार जाती है, तो भरमौरी परिवार का यह अंतिम इलेक्शन होगा. (Thakur Singh Bharmouri VS Janak Raj in bharmour )
भरमौर विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे: पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र में इस वक्त 24 ग्राम पंचायतों को ट्राइबल का दर्जा न मिल पाना एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. विस क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से एक बड़ी संख्या इसी क्षेत्र से संबंध रखती है. 24 पंचायतों की हजारों की आबादी लंबे समय से ट्राइबल का दर्जा देने की मांग कर रही है. इसी तरह पांगी घाटी को 12 माह देश-दुनिया से जोड़े रखने के लिएचैहणी सुरंग की निर्माण भी सदियों से चली आ रही है. करीब पंद्रह हजार से अधिक मतदाता पांगी घाटी में है. नतीजतन हलके में किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार में यह घाटी बड़ा रोल निभाती है. इसके अलावा होली-उतराला टनल निर्माण का मुद्दा बहुचर्चित है. पांगी-भरमौर विस क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा को सदृढ ढांचा न मिल पाना भी एक बड़ा मुद्दा है. वहीं सड़कें और दूरसंचार व्यवस्था न होने की गूंज भी विस चुनाव में सुनाई दे रही है। साथ ही क्षेत्र में चल रही जल विद्युत परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलने का मुद्दा भी क्षेत्र की सियासी फिजाओं में छाया हुआ है. (himachal assembly election 2022)
संचूई गांव से तीन प्रत्याशी:पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र में उपमंडल मुख्यालय का संचूई गांव इस मर्तबा सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. तीन प्रमुख दलों भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार इसी गांव से संबंध रखते हैं. भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर जनक राज, कांग्रेस के ठाकुर सिंह भरमौरी और आम आदमी पार्टी के प्रकाश चंद भारद्वाज का संचूई पैतृक गांव हैं. लिहाजा हिमाचल प्रदेश में संचूई गांव चर्चा का केंद्र बना हुआ है.