चंबा: मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चंबा में मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. अस्पताल के प्रत्येक बेड पर अब ऑक्सीजन व मशीन की सुविधा जल्द मिलेगी.
इसके लिए कॉलेज के प्रत्येक बेड तक पाइपलाइन बिछाई जाएगी ताकि इलाज के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने या बदलने का झंझट न हो. मरीज के बेड तक पाइपलाइन से प्राणवायु पहुंचेगी. सरकार ने सेंट्रल मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम लगाने के लिए करीब 70 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं.
मेडिकल कॉलेज में बनाए गए आधुनिक डेडिकेटिड कोविड अस्पताल समेत सीसीयू व अन्य वॉर्ड में ये सिस्टम लगेगा. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन जल्द ही पाइपलाइन सिस्टम के साथ ही पूरा प्लांट भी तैयार करवाएगा. अस्पताल में ही एक कक्ष में प्लांट लगाकर वहां से पाइपलाइन के जरिये लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, एसएनसीयू, सीसीयू समेत अन्य महत्वपूर्ण इकाइयों को जोड़ा जाएगा.
वहीं, मरीज के बेड के पास ही ऑक्सीजन व अन्य मेडिकल गैस के प्वाइंट बनाए जाएंगे. जरूरत पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल किया जा सकेगा.
गर्भवती व नवजात को मिलेगा लाभ
अब तक लेबर रूम, ओटी समेत व अन्य वॉर्डों में मरीज की स्थिति गंभीर होने पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लगाना पड़ता है. बीच में ही सिलेंडर खत्म होने पर बदलने में दिक्कत होती है. सेंट्रल सिस्टम गर्भवती, प्रसूता व नवजात शिशुओं के उपचार में लाभदायक होगा.
आवश्यक है सेंट्रल पाइपलाइन
मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर व वार्डों में ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन नहीं है. मरीजों का कफ, निकालने के लिए स्टाफ को मैन्युअल काम करना पड़ता है. ऐसे में संक्रमण की संभावना ज्यादा रहती है. लिहाजा एमसीआई के नियमानुसार मेडिकल कालेज में सेंट्रल पाइप लाइन सिस्टम लगाने के आदेश हैं. अस्पताल में इसी नियम के तहत सेंट्रल सिस्टम लगाया जा रहा है.
मेडिकल कॉलेज में सेंट्रल मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम लगाने को बजट मंजूर हो चुका है. कॉलेज प्रबंधन ने इसे स्थापित करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है.
चंबा जिला में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए जिला प्रशासन ने भरपूर प्रयास किया जा रहा है. दिन-प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होने से लोगों को इसका लाभ मिल रहा है. अब मेडिकल कॉलेज चंबा में सरकार ने सेंट्रल मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम लगाने के लिए करीब 70 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं. इस सिस्टम के स्थापित होने से मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन मरीजों को इसका लाभ मिलेगा.