शिमला: प्रदेश के स्कूलों में अब शिक्षकों को सादे कपडे़ पहनकर ही स्कूल आना होगा. शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिला उप निदेशकों को यह निर्देश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जारी किए गए हैं. इसके साथ ही शिक्षकों को बच्चों की गतिविधियों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला उप निदेशकों के साथ बात कर स्कूलों में हो रहे यौन शोषण के मामले पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों में शिक्षक सज धज कर जाएंगे तो इससे बच्चों का ध्यान पढ़ाई से हटकर फैशन की ओर जाता है. जिसके लिए यह जरूरी है की शिक्षक सादे कपड़ों में स्कूल आएं.
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उच्च शिक्षा निदेशक में कहा की बच्चे शिक्षकों को अपना रोल मॉडल मानते हैं और उन्हीं को देख कर उनका अनुसरण करते हैं. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि शिक्षक स्कूल में सादे कपड़ों में आए और उनका व्यवहार सही हो. जिससे कि बच्चे सही दिशा की ओर अग्रसर हो सके.
शिक्षा निदेशालय की ओर से यह माना गया है स्कूलों में दुष्कर्म और यौन मामलों की घटनाएं बढ़ रही है, जिससे कि सभी शिक्षकों की छवि धूमिल हो रही है. अब ऐसे में शिक्षकों को अपनी जिम्मेवारी को समझते हुए स्कूलों में बच्चों की काउंसलिंग करने के साथ ही उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखनी होगी.
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शिक्षा निदेशक ने स्कूलों के प्रिंसिपलों को भी नियमित तौर पर स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश जारी किए हैं. शिक्षा निदेशक का कहना है कि कुछ एक शिक्षकों के चलते सभी शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में अब शिक्षकों को अपनी जिम्मेवारी निभानी होगी.