हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

मंत्री पद की रेस में राजेश धर्माणी का नाम, CM सुक्खू के माने जाते हैं करीबी

घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग को हराकर विधानसभा पहुंचने वाले जिले के एकमात्र कांग्रेसी विधायक राजेश धर्माणी भी मंत्री पद की रेस में (Winning candidate from ghumarwin Rajesh Dharmani) हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने के बाद धर्माणी का मंत्री पद लगभग तय माना जा रहा है. क्योंकि धर्माणी सुक्खू के करीबी लोगों में से एक हैं. पढ़ें पूरी खबर...

मंत्री पद की रेस में राजेश धर्माणी का नाम
मंत्री पद की रेस में राजेश धर्माणी का नाम

By

Published : Dec 13, 2022, 6:01 PM IST

घुमारवीं: घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग को हराकर विधानसभा पहुंचने वाले जिले के एकमात्र कांग्रेसी विधायक राजेश धर्माणी, ऐसे विधायक हैं जिन पर दो बार विधायक रहने के बाद भी कोई आरोप नहीं लगा है. धर्माणी अपनी ईमानदारी के बूते तीसरी बार विजयी होकर विधानसभा पहुंचे हैं. चुनाव जीतने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें सरकार में मंत्री पद मिल सकता है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने के बाद धर्माणी का मंत्री पद लगभग तय माना जा रहा है. धर्माणी सुक्खू के करीबी लोगों में से एक हैं.

राजेश धर्माणी ने एनआईटी हमीरपुर से इंजीनियरिंग की है. इसके अलावा उनके पास एमबीए की डिग्री भी है. एक साधारण परिवार में जन्मे राजेश धर्माणी के राजनीतिक सफर की बात की जाए तो राजनीति में उनका श्रीगणेश साल 1990 से शुरू हुआ था. इसके बाद वो प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रहे. वर्तमान में वह कांग्रेस चार्जशीट कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं.

1972 में घुमारवीं में जन्मे राजेश धर्माणी ने पहली बार साल 2007 में घुमारवीं से विधानसभा चुनाव लड़ा था और भाजपा के कर्मदेव को 1931 वोटों से हराया था. जो रिश्ते में उनके चाचा भी लगते थे. उसके बाद साल 2012 में राजेश धर्माणी ने भाजपा के राजेंद्र गर्ग को 3,208 वोट से हराया. उस समय सरकार ने उन्हें मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त किया गया था. वहीं, घुमारवीं से ही साल 2017 में उन्होंने भाजपा के राजेंद्र गर्ग के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार उन्हें भाजपा के गर्ग से 10,435 वोटों से मात मिली. साल 2007 से 2017 तक लगातार 10 साल विस क्षेत्र से विधायक रहने के बाद भी धर्माणी की छवि बिल्कुल साफ है ओर ऐसी के चलते व कांग्रेश चार्जशीट कमेटी के अध्यक्ष भी बनाये गए थे.

दो बार विधायक रहने के बाद कुल संपत्ति एक करोड़ से कम:धर्माणी की पहचान कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर एक ईमानदार नेता के तौर पर की जाती है. धर्माणी लगातार दो बार विधायक रहे. लेकिन उसके बावजूद उनकी, उनकी पत्नी की संपत्ति मात्र 98 लाख है. यह आंकड़ा एक करोड़ तक नहीं पहुंच पाई है. राजेश धर्माणी के परिवार में उनकी पत्नी सोनिका धर्माणी, बेटी मंदिशा धर्माणी, माता बिमला धर्माणी, पिता रत्न लाल धर्माणी हैं. धर्माणी की तीन बहनें थी, लेकिन एक का निधन हो चुका है. अब यह तीन भाई बहन हैं. बेटी मंदिशा धर्माणी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है.

ये भी पढे़ं:मंत्री पद की रेस में विक्रमादित्य सिंह का नाम, 2 बार जीत चुके हैं चुनाव

ABOUT THE AUTHOR

...view details