बिलासपुर: जिला के कोठीपुरा में निर्माणाधीन अस्पताल एम्स के कारण हो रहे पहाड़ों के कटान से राजपुरा पंचायत के लोगों को बारिश में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ों के कटान से ग्रामीणों के घरों को खतरा हो चुका है और पानी की स्कीमें भी खत्म होने की कगार पर हैं.
मलबा खेतों में आने से फसलें तबाह दरअसल पहाड़ों के कटान से सारा मलबा इकट्ठा होकर गांव वालों के खेतों में बारिश के पानी से पहुंच रहा है. इससे ग्रामीणों की फसलें तो बर्बाद हो गई हैं और अब घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार कंपनी प्रबंधन, प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई, लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिल पाया. उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन एम्स की वजह से जितना भी कटान किया जा रहा है, वह सारी मिट्टी इकट्ठा होकर उनके खेतों में बारिश के पानी से जा रही है.
मलबा खेतों में आने से फसलें तबाह ग्रामीणों का कहना है कि एम्स निर्माणाधीन का मलबा उनके खेतों की ओर फेंका जा रहा है जिससे बरसात के दिनों में सारा मलबा उनके खेतों में आ रहा है. ग्रामीणों ने अपने घरों के पास बोरियों में रेत भरकर उस मिट्टी को रोकने की कोशिश की है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 2 साल से ये काम चल रहा है. बरसात के समय यहां भयानक स्थिति पैदा हो जाती है. निर्माणाधीन एम्स की सारी मिट्टी बरसाती नालों को बंद करती हुई उनकी फसलों को तबाह कर रही है. फसलें तबाह होने से लाखों का नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से आने जाने के लिए अलग रास्ता और पानी की व्यवस्था करने की मांग की है. साथ ही फसलों और जमीन का जो भी नुकसान हुआ है, उसके लिए मुआवजे की मांग की है.
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