बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग का सेफ्टी स्टैंडर्ड सुरक्षा स्तर बेहतर बनाने के लिए अब प्रदेश भर के लाइसेंस होल्डर टैंडम पायलटों को एसआईवी कोर्स करवाया जाएगा.
पर्यटन विभाग के सहयोग व अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीच्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग मनाली एबीवीआईएमएएस के माध्यम से करवाए जाने वाले इस विशेष कोर्स को लेकर बाकायदा कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है. यह कोर्स जिला कांगड़ा के पौंगडैम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें मझे हुए प्रशिक्षकों द्वारा टैंडम पायलटों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
700 लाइसेंस होल्डर टैंडम पायलटों की सूची तैयार
इस बाबत पर्यटन विकास अधिकारियों द्वारा प्रदेश भर के करीब 700 लाइसेंस होल्डर टैंडम पायलटों की सूची तैयार की गई है. इस सूची को अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीच्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग मनाली को उपलब्ध करवा दिया गया है. अब इन पायलटों के चयन करने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
20-20 के बैच को चार-चार दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी
इसके पूरा होने के बाद 20-20 के बैच को चार-चार दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी. यह कोर्स आगामी 20 दिसंबर के बाद शुरू होगा. वहीं, ट्रेनिंग पीरियड करीब दो से अढ़ाई महीने का रहेगा. मनाली के निदेशक कर्नल नीरज राणा के मुताबिक, एसआईवी कोर्स में पायलटों को टैंडम पैराग्लाइडिंग से संबंधित विशेष ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि आपातकालीन स्थिति में पायलट अपने साथ टैंडम के दौरान सवार पैसेंजर यात्री की जान बचा सके.
कोर्स में आपातकालीन स्थिति के दौरान पानी में उतरने की ट्रेनिंग भी करवाई जाती है. वर्ल्ड पैराग्लाइडिंग फेडरेशन के नियमों के मुताबिक प्रत्येक टैंडम पायलट के लिए एसआईवी कोर्स अनिवार्य होता है.