बिलासपुर:जिला बिलासपुर मेंराज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ हो गया है. मेले का शुभारंभ मण्डलायुक्त मंडी राखिल काहलों ने बैल पूजन व खूंटी गाड़कर किया. इससे पूर्व उन्होंने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात लुहणू मैदान तक भव्य शोभा यात्रा का नेतृत्व भी किया. उन्होंने नलवाड़ी मेले के ध्वज को फहराने के अतिरिक्त प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया. इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया.
इस दौरान मण्डलायुक्त मंडी राखिल काहलों ने सभी जिला वासियों को नलवाड़ी मेले की बधाई एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि मेले, पर्व व त्योहार किसी भी समाज की जीवन परंपराओं व समृद्ध संस्कृति के परिचायक होते हैं. यह किसी न किसी सांस्कृतिक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि अथवा प्राकृतिक परिवर्तनों के साथ जुड़े होते हैं. उन्होंने कहा कि वसंत ऋतु के आगमन से जुड़ा यह मेला आज से शुरू होकर लगभग सप्ताह भर चलता है.
उन्होंने आशा व्यक्त की है कि मेले में परंपरा के अनुरूप पशु व्यवसाय, छिंज एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी क्षेत्रवासी भरपूर आनंद का अनुभव करेंगे. उन्होंने कहा कि सांडू के मैदान से लुहणू के मैदान में परिवर्तित नलवाड़ी मेले में अनेक परिवर्तन हुए. आधुनिक चकाचौंध के कारण मेले के स्वरूप में बदलाव के बावजूद भी मेले की परंपरा व पौराणिकता को यथावत जीवंत बनाए रखने में मेला कमेटी और सभी जिला वासियों का प्रयास सराहनीय है.
राखिल काहलों ने कहा कि आपसी भाईचारे व सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने के प्रतीक हमारे मेले व त्योहार जनमानस में परस्पर मधुर मिलन व सह-अस्तित्व की भावना का संचार करते हैं. वहीं, मेला कमेटी एवं उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि बिलासपुर जनपद के राजा विजय सेन के समय में शुरू हुआ यह मेला आज 134वें साल में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा कि मूलतः बैलों की खरीद फरोख्त से शुरू हुए इस मेले में समय-समय पर अमूलचुक परिवर्तन होते रहे हैं.