बिलासपुर: प्रसिद्ध शक्तिपीठ नैना देवी में श्रावण अष्टमी के उपलक्ष्य पर मंदिर में पूजा-अर्चना और विशेष आरती की गई. इस दौरान मंत्रो के उच्चारण से मंदिर परिसर गूंज गया. कोरोना महामारी के चलते सभी धार्मिक स्थल बंद हैं. इसके कारण श्रद्धालुओं के नैना देवी मंदिर में न आने पर श्रावण अष्टमी के पूजन में स्थानीय पुजारियों और सुरक्षाकर्मियों ने ही भाग लिया.
मंदिर पुजारी आनंद गोपाल ने कहा कि माता रानी से प्रार्थना है कि जल्द ही कोरोना महामारी का निवारण हो. साथ ही मां के दरबार श्रद्धालुओं के लिए फिर से खुले और यहां माता के नाम के ऊंचे जयकारे लगें.
बता दें कि नैना देवी में मंदिर न्यास और पुजारी वर्ग के संयुक्त सहयोग से कोरोना महामारी के निवारण और विश्व शांति के लिए महायज्ञ जप और दुर्गा पाठ करवाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय पुजारी भाग ले रहे हैं. हर रोज मंदिर में पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चारण के साथ पाठ शुरू होता है. 29 जुलाई यानी दशमी के दिन इसकी पूर्ण आहूति डाली जाएगी.
श्रावण अष्टमी पर मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है. इस दौरान मंदिर की रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और गुब्बारों से सजावट की गई है. हालांकि, पहले की तरह इस साल भी नैना देवी मंदिर में पूजा अर्चना चल रही है, लेकिन मंदिर में श्रद्धालुओं की कमी खल रही है.
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