बिलासपुर: जिला बिलासपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. राजेंद हांडा की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत के मामले की न्यायिक जांच के लिए संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनरत अधिवक्ताओं की सब्र का बांध टूट रहा है. वहीं, सोमवार को घुमारवीं कोर्ट के वकीलों ने भी अपना समर्थन दिया है.
क्रमिक धरना प्रदर्शन सोमवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया और अभी तक सरकार की तरफ से जांच करवाए जाने संबंधी कोई भी आदेश जारी न होने से खफा अधिवक्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नाराजगी जाहिर की है. साथ ही चेताया भी है कि सरकार उनके आंदोलन को हलके में ले रही है.
पिछले छह दिन से क्रमिक धरना प्रदर्शन चल रहा है
संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट दौलतराम शर्मा और संयोजक एडवोकेट तेजस्वी शर्मा ने कहा कि पिछले छह दिन से क्रमिक धरना प्रदर्शन चल रहा है और वे सरकार से जांच के लिए जल्द ही आदेश जारी होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन अभी तक उस ओर से इस आंदोलन को हलके में लिया गया है.
अधिवक्ता संघर्ष को और उग्र करने की तैयारी
ऐसे में अधिवक्ता संघर्ष को और उग्र करने की तैयारी में है. उन्होंने कहा कि आंदोलन को हर दिन समाजसेवी संस्थाओं और संगठनों का समर्थन मिल रहा है. इस अवसर पर संयोजक तेजस्वी शर्मा ने आज दिन तक हुए घटनाक्रम व इस संघर्ष को समर्थन देने वाले संगठनों व व्यक्तित्वों का क्रमवद्ध ब्यौरा प्रस्तुत किया. समिति ने सभी संगठनों व व्यक्तित्वों का धन्यवाद किया.
चर्चा में सरकार के ढुलमुल रवैये पर अफसोस जताते हुए संपूर्ण कमेटी ने कुछ कड़े फैसले लिए हैं जिन को अनुमोदन के लिए आम बैठक में अनुमोदन हेतु रखा जाएगा. उसके बाद यह संघर्ष किस ओर मुड़ता है पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी. इस आंदोलन में नैना देवी के विधायक रामलाल ठाकुर ने भी अपना समर्थन दिया है.