बिलासपुर: जिला बिलासपुर के नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सलोआ गांव आजादी के 70 साल बाद भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. जिसके चलते ग्रामीणों ने अब तक रही सभी सरकारों के खिलाफ गहरा रोष व्याप्त है.
गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता उनसे वोट मांगने आते हैं, लेकिन बाद में सभी वायदे भूल जाते हैं. अबकी बार जनता द्वारा सभी दलों के नेताओं को सबक सिखाया जाएगा. नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के सलोआ गांव के लिये कई साल पहले पंचायत द्वारा कच्ची सम्पर्क सड़क बनाई गई थी जो आज भी उसी हालत में दिखाई पड़ती हैं.
सलोआ गांव के ग्रामीणों ने बातचीत के दौरान बताया कि उनके गांव में सिर्फ एक हैंडपम्प लगा है, जो गर्मी के मौसम में हर बार खराब हो जाता है. यही हाल प्राकृतिक जल स्रोत का है. ग्रामीणों का कहना है कि पीने के पानी के लिये उन्हें एकमात्र बाबड़ी पर निर्भर रहना पड़ता है. गर्मी के मौसम में अब ये बाबड़ी भी सूखने शुरू हो गई है.