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चीन के मुद्दे से भटकाने के लिए ट्रस्टों की जांच का आरोप लगा रही केंद्र सरकार: रामलाल ठाकुर

पूर्व मंत्री व विधायक नैना देवी विधानसभा क्षेत्र रामलाल ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार पॉइंट-14 को लेकर चीनी सेनाओं को कभी आगे कभी पीछे बता कर गलत स्थिति दर्शा रही है. उन्होंने कहा कि आधिकारिक रूप से सरकार गलवान घाटी और उन 15 पॉइंट के बारे में सही स्थिति क्यों नहीं बता रही है, जहां पर टेंशन बनी हुई है.

Ramlal Thakur
फोटो.

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Published : Jul 8, 2020, 6:31 PM IST

नैना देवी/बिलासपुर:अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, पूर्व मंत्री व विधायक नैना देवी विधानसभा क्षेत्र रामलाल ठाकुर ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय सेना के जांबाजों की शहादत पर केंद्र सरकार से पूछा है कि वह चीन पर कार्रवाई करने से क्यों घबरा रही है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पॉइंट-14 को लेकर चीनी सेनाओं को कभी आगे कभी पीछे बता कर गलत स्थिती दर्शा रही है. उन्होंने कहा कि आधिकारिक रूप से सरकार गलवाल घाटी और उन 15 पॉइंट के बारे में सही स्थिति क्यों नहीं बता रही है, जहां पर टेंशन बनी हुई है. रामलाल ठाकुर ने केंद्र सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि 56 इंच का सीना अब क्या राजीव गांधी फाउंडेशन की डोनेशन की जांच तक सिमट कर रह गया है.

ऐशो आराम के लिए विदेशी यात्रा करते आए पीएम

रामलाल ठाकुर ने कहा कि यह घटना देश की विदेश नीति और भारतवर्ष की अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की बहुत बड़ी भूल है. रामलाल ठाकुर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री अपने ऐशो आराम के लिए विदेशी यात्राएं करते रहे और देश के लोगों को देश की विदेश नीति और कूटनीति को सुदृढ़ करने को लेकर भटकाते रहे.

पीएम और शी जिनपिंग की बातचीत सार्वजनिक की जाए

रामलाल ठाकुर ने यह भी प्रश्न उठाया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चीनी शहर वुहान में 27 और 28 अप्रैल 2018 को एक 'अनौपचारिक बैठक' हुई थी, उस बातचीत को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर 2019 को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए थे और तामिलनाडु के महाबलिपुरम में जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनौपचारिक बैठक हुई थी. इस बातचित को पीएमओ और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत-चीन की सीमाओं की सुरक्षा हेतू बहुत सफल बातचित करार दिया था.

अंतर-मंत्रालयी समिति की क्यों पड़ी अवश्यक्ता

रामलाल ठाकुर ने साफ शब्दों में सरकार से पूछा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को अब एक अंतर-मंत्रालयी समिति बनाने की अवश्यक्ता क्यों पड़ी, जो कि राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जांच करेगी. रामलाल ठाकुर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री गांधी परिवार से जुड़े ट्रस्टों की जांच अब क्यों करना चाहते है.

बदले की भावने से कर रहे राजनीति पीएम और गृह मंत्री

रामलाल ठाकुर ने कहा कि जब देश की केंद्र सरकार अपने गलत फैसलों में असफल हुई है तब तब केंद्रीय जांच एजेंसियों के मुंह नेहरू गांधी परिवार की तरफ मोड़ दिए जाते रहे हैं. क्या देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री केवल बदले की भावना से राजनीति कर रहे है या फिर देश की जनता के सामने अपने 20 जवानों की शहादत का बदला न लिए जाने से शर्मिंदा होकर लोंगो का ध्यान नेहरू गांधी परिवार से जुड़े ट्रस्टों की तरफ भटकाना चाहते हैं.

नाकामी छुपाने के लिए ट्रस्टों की जांच कर रही सरकार

रामलाल ठाकुर ने कहा कि चीन के सामने अपनी नाकामी को छुपाने हेतु इन ट्रस्टों की जांच ईडी के एक स्पेशल डायरेक्टर को सौंपने का क्या मतलब है, जब इन ट्रस्टों का इंटरनल आडिट नियमों के अनुसार होता रहा है तो यह सीधे तौर पर देश के लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खिलवाड़ करना है. रामलाल ठाकुर ने कहा कि केंद्र की सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालना चाहती है और चाहती है कि विपक्ष कुछ बोले ही नहीं.

नड्डा के आरोप सरासर गलत

रामलाल ठाकुर ने कहा कि जब चीन पर केंद्र सरकार की नाकामी सामने आई और कांग्रेस पार्टी लगातार भारत-चीन विवाद के बीच मोदी सरकार को घेरने में जुटी है. ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से लगाया गया आरोप सरासर गलत है और कांग्रेस इन आरोपों को सिरे से खारिज करती है.

मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए आरोप लगा रही सरकार

रामलाल ठाकुर ने कहा कि बीजेपी चीन से जारी सीमा विवाद के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है. रामलाल ठाकुर ने जगत प्रकाश नड्डा से पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जैसे दूरदर्शिता वाले व्यक्तिव को देखने और समझने को कहा है. रामलाल ठाकुर ने कहा राजीव गांधी फाउंडेशन के ध्येय बिल्कुल साफ है और आगे भी रहेंगे.

राजीव गांधी फाउंडेशन का लक्ष्य विशाल

विधायक ने कहा कि इस ट्रस्ट के लक्ष्य बहुत विशाल है, जिनमे स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और तकनीक, महिला एवं बाल विकास आदि क्षेत्रों के कामों को आगे बढ़ना है और संघर्ष से प्रभावित बच्चों को शैक्षणिक मदद, शारीरिक रूप से निशक्त युवाओं की गतिशीलता बढ़ाने और मेधावी भारतीय बच्चों को कैंब्रिज में पढ़ने आदि कार्यक्रम इस ट्रस्ट के माध्यम से चलाए जाते हैं.

देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी हिमाचल

रामलाल ने कहा कि इस ट्रस्ट के ट्रस्टी सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी व आदि हैं, जिन्होंने देश के लिए कोई न कोई बड़ी कुर्बानी दी है. उनके कामों पर देश में हुई 20 जवानों की शहादत के समय पर प्रश्न करना बहुत ही शर्मनाक है. रामलाल ठाकुर ने कहा जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल से है अगर हिमाचल देवभूमि है तो एक वीरभूमि भी है.

जवानों की शहादतों का जबाव दे सरकार

उन्होंने कहा कि 20 जवानों की शहादतों पर चीन को उसी की भाषा में जबाब न देने की बजाय राजीव गांधी फाउंडेशन पर उंगली उठाना कहां तक वाजिब है. नड्डा अगर सच में वीरभूमि की आन-बान-शान बरकरार रखना चाहते हैं तो देश के प्रधानमंत्री से कहे कि ट्रस्टों की जांच से शहादतों का बदला नहीं लिया जाता. हिम्मत है तो चीन को उसी की भाषा मे जबाब देकर दिखाएं, जिसमें पूरा देश उनके साथ होगा.

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