नैना देवी: विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में अब श्रद्धालु 22 घंटे माता के दर्शन कर सकेंगे. इस दौरान लंगर बांटने पर मनाही होगी. नवरात्रों के दौरान भी लंगर बंद रहेगा. इसके अलावा हवन यज्ञ करने व प्रसाद चढ़ाने पर भी मनाही रहेगी.
मंदिर अधिकारी हुसन चंद ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मेले के दौरान लंगर बंद रहेंगे. इसलिए श्रद्धालु अपने खाने-पीने की व्यवस्था करके आएं. उन्होंने कहा कि मंदिर में नारियल कड़ाह प्रसाद चढ़ाने पर भी मनाही रहेगी.
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार मंदिर न्यास ने सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जगह-जगह पर हैंड टच फ्री सेनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं. इसके अलावा मंदिर को समय-समय पर सेनिटाइज भी किया जा रहा है.
जिलाधीश बिलासपुर राजेश्वर गोयल के निर्देशानुसार मेले की जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इनमें विद्युत विभाग, पेयजल विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद श्री नैना देवी और लोक निर्माण विभाग शामिल हैं.
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि छोटे बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मंदिर में दर्शन के लिए न लाए. उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते जगह जगह श्रद्धालुओं की स्कैनिंग का व्यवस्था की गई है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरी तरह से कार्यरत रहेंगी, जिसमें एक नोडल ऑफिसर तैनात किया जाएगा जो पूरी व्यवस्थाओं पर नजर रखेगा.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह सूचना पट लगाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो. साथ ही मेले के दौरान साफ सफाई का पूरा बंदोबस्त किया जाएगा, ताकि यह पावन नगरी स्वच्छ एवं सुंदर नजर आए.