बिलासपुर: जिले के झंडूता क्षेत्र के एनडीआरएफ जवान राजेन्द्र कुमार गौतम को प्रयागराज में एक व्यक्ति को डूबने से बचाते हुए चोट आ गई थी. इसके बाद इलाज के लिए उन्हें एम्स अस्पताल दिल्ली में दाखिल करवाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार, राजेन्द्र कुमार की ड्यूटी कुछ समय पहले ही कुंभ मेले में लगी थी. 19 फरवरी को जब राजेन्द्र कुंभ मेले में सेवाएं दे रहे थे तभी एक व्यक्ति को डूबता देखकर उन्होंने पानी में छलांग लगा दी. इस दौरान उनकी गर्दन पानी के अंदर एक पौड़ी से टकरा गई और वे घायल हो गए.
कुंभ मेले में श्रद्धालु की जान बचाते हुए 'शहीद' हुआ बिलासपुर का बेटा उनकी नाजुक हालत देखते हुए उन्हें तुरंत एम्स अस्पताल दिल्ली पहुंचाया गया. 20 फरवरी को एम्स में उनकी गर्दन का ऑपरेशन हुआ, लेकिन 21 फरवरी रात को उनकी मृत्यु हो गई. शनिवार रात तक उनका शव दिल्ली से झूंडता पहुंच जाएगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर होगा.
राजेन्द्र कुमार गौतम (37) झंडूता क्षेत्र के के गांव लेहड़ के रहने वाले थे. वे वर्ष 2004 में फौज में भर्ती हुए थे. बीएसएफ में एक साल ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वे एनडीआरएफ में चले गए थे. राजेन्द्र एनडीआरएफ में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे.
कुंभ मेले में श्रद्धालु की जान बचाते हुए 'शहीद' हुआ बिलासपुर का बेटा राजेन्द्र अपने पीछे मां, पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं. राजेन्द्र की एक बेटी 6 वर्ष और दूसरी बेटी अभी डेढ़ वर्ष की है. राजेंद्र की मौत का समाचार पाते ही गांव में सन्नाटा छा गया है.