बिलासपुरः प्रसिद्ध शक्तिपीठ नैणा देवी में चल रहे चार दिवसीय मेले शुरू हो चुके हैं. मेलों में हिमाचल, पंजाब हरियाण समेत कई राज्यों से भारी संख्या में भक्त माथा टेकने के लिए पहुंच रहे हैं. गुरूवार से यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
चप्पे-चप्पे पुलिस तैनात
मेलों के लिए मंदिर और जिला प्रशासन के साथ नगर परिषद ने अपना-अपना जिम्मा संभाल लिया है. 29 दिसंबर से पहली जनवरी तक चलने वाले इन मेलों के लिए नयनादेवी नगर क्षेत्र में पुलिस का पहरा बिठा दिया गया है. चप्पे-चप्पे में पुलिस के सुरक्षा प्रहरी अपनी ड्यूटी पर डटे हुए हैं.
300 सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती
मेला पुलिस अधिकारी अभिमन्यु ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मेले में 300 सुरक्षा कर्मचारियों को नयनादेवी में तैनात कर दिया गया है. इस बार भी नयनादेवी क्षेत्र को नौ सेक्टरों में विभाजित किया है. मात्र पांच सेक्टर अधिकारी इन सेक्टरों में जिम्मा संभालेंगे. चार सेक्टरों को संवेदनशील घोषित किया गया है. इन सेक्टरों में पुलिस की ज्यादा निगरानी रहेगी.
मेला पुलिस अधिकारी ने बताया
मेला पुलिस अधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते मंदिर न्यास ने जगह-जगह पर स्क्रीनिंग एवं सेनेटाइजर लगाए हुए हैं. बिना मास्क वाले श्रद्धालुओं का चालान किया जाएगा.
धारा-144 लागू
चुनावों के चलते नयना देवी में धारा-144 लगाई गई है. कानून का उल्लंघन करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. न्यास मेला अधिकारी हुसन चंद चैधरी ने बताया कि मेले में मंदिर के अंदर कड़ाह, प्रसाद, नारियल ले जाने पर पाबंदी रहेगी. प्रशासन ने इस बार भी पटाखों पर पाबंदी लगाई है.
पार्किंग फीस का डिस्प्ले अनिवार्य
मेले के दौरान छोटी गाड़ीयों को समय के अनुसार तथा भीड़ को देखते हुए मंदिर गुफा तक भेजा जाएगा. गुफा के समीप तथा नगर परिषद के ठेकेदारों को पार्किंग की निर्धारित फीस का डिस्प्ले लगाना होगा अन्यथा उन पर कार्रवाई की जाएगी.
50 अस्थायी कर्मचारियों का चयन
उन्होंने बताया कि इस बार न्यास श्रद्धालुओं को पैकिंग भोजन उपलब्ध करवाएगी. उधर मेला अधिकारी हुसन चंद चैधरी ने बताया कि न्यास मंदिर में 50 अस्थायी कर्मचारियों का चयन किया है. 15 कर्मचारी नगर परिषद को दिए हैं तथा हर कर्मचारी को यात्रियों की श्रद्धा व भावना का ध्यान रखने सहित हर सुविधा प्रदान करने को कहा गया है.