बिलासपुरः कोठीपुरा में बन रहे एम्स अस्पताल में निर्माणाधीन कंपनी एनसीसी पर स्थानीय पंचायतों के ग्रामीणों ने रोजगार के नाम पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है. एम्स परिसर में फोर्थ क्लास लेवल पर सिक्योरिटी गार्ड, स्वीपर, प्यून सहित अन्य पदों पर एम्स अस्पताल निर्माण में प्रभावित हुए परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने के वादे के बावजूद अन्य राज्यों से नियुक्ति करने पर एम्स के साथ लगती तीन पंचायतों के लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिली.
एम्स अस्पताल के गेट नंबर एक की सड़क पर धरना प्रदर्शन
राजपुरा, कोठीपुरा व नोवा पंचायत के ग्रमीणों ने एकजुट होकर एम्स अस्पताल के गेट नंबर एक की सड़क पर एनसीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर बीच सड़क पर धरना दिया. प्रभावित लोगों को रोजगार देने की मांग की.
स्थानीय ग्रामीणों ने लगाए ये आरोप
वहीं, स्थानीय ग्रामीणों व पंचायत के पूर्व प्रधानों का कहना है कि एम्स निर्माण के दौरान प्रभावित परिवारों के घरों के सदस्यों को फोर्थ क्लास लेवल पर रोजगार देने का कंपनी व सरकार ने वादा किया था. मगर ऐसा नहीं हो रहा है और फोर्थ क्लास लेवल पर भी अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है जो कि सरासर गलत है. जब तक प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार नहीं मिल जाता तब तक धरना जारी रहेगा.
चार घंटे तक चला ग्रामीणों का प्रदर्शन
वहीं, चार घंटे तक चले ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद एनसीसी कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया. मगर मीडिया के आगे कोई भी बयान देने से बचते दिखाई दिए. जिसके बाद ग्रामीणों का धरना खत्म हुआ.
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