बिलासपुर: 6 अगस्त यानि रविवार को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पूरी तरह से जनता को समर्पित होने जा रहा है. रविवार को इन फोरलेन पर छोटे बडे़ वाहन बिना किसी रुकावट से चलना शुरू हो जाएंगे. इस सदंर्भ में डीसी बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने इसकी पुष्टि कर दी है. इस फोरलेन पर आने के लिए अब वाहन चालकों को बकायदा टोल प्लाजा पर शुल्क देना होगा. जिसको भी रविवार को ही शुरू किया जा रहा है. 1500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया किरतपुर नेरचौक फोरलेन वाहन चालकों का सफर कम करेगा साथ ही यहां पर हिमाचल और पंजाब जाने वाले लोगों की मुश्किलें भी कम हो जाएंगी.
आपको बता दें कि किरतपुर नेरचौक फोरलेन का उद्घाटन विधिवत रूप से अभी नहीं किया जाएगा. हालांकि इस फोरलेन की सारी विस्तृत रिपोर्ट पीएमओ ऑफिस में भी मांगी गई है, लेकिन इसके उद्घाटन की तिथि अभी तक तय नहीं हो पाई है, लेकिन प्रदेश सरकार और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों ने निर्णय लेकर इसको शुरू करने का प्लान तैयार कर दिया और रविवार यानि 6 अगस्त को इसको शुरू करने की तिथि भी तय कर डाली. खास बात यह है कि इस फोरलने का बहुत बड़ा हिस्सा सुरंग से होकर गुजरेगा. किरतपुर मनाली फोरलेन में 10 सुरंगों का निर्माण किया गया है.
जानकारी के अनुसार इस फोरलने पर तीन जिलों बिलासपुर, मंडी व कुल्लू में फोरलेन पर सुरक्षा की दृष्टि से भी तमाम इंतजामात के लिए कुल 36 करोड़ रुपए की लागत से प्लान तैयार कर पूरा किया गया है. जिसके तहत फोरलेन पर हर जिले में एक-एक पुलिस स्टेशन स्थापित किया जा रहे हैं. फोरव्हीलर के साथ टू-व्हीलर भी निगरानी के लिए तैनात किए जा रहे हैं. इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानि आईटीएमएस के अलावा अन्य सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे फोरलेन पर वाहनों के आवागमन पर पैनी नजर रखी जाएगी.
यह भी बता दें कि बिलासपुर के गरामोड़ा से लेकर मनाली तक 190 किलोमीटर लंबे फोरलेन की स्टडी कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है. इस फोरलेन पर पांच टोल प्लाजा हैं. जिसके तहत पहला पंजाब-हिमाचल की सीमा पर है. जो कि पंजाब राज्य में आता है, जबकि दूसरा बिलासपुर जिले के बलोह में स्थित है, जबकि दो मंडी व एक कुल्लू जिले में आता है. ऐसे में फोरलेन के साथ ही यह सभी टोल प्लाजा भी शुरू किए जा रहे हैं.