बिलासपुर: कोविड-19 के चलते सिर्फ जरूरी सामान ले लाने के लिए कुछ गाड़ियों को दी गई छूट प्रवासियों को आवागमन करवाने का साधन बनने लगी हैं. इसका स्पष्ट उदाहरण बस अड्डा बिलासपुर में गुरूवार को देखने को मिला. जब एक जीप चालक चार प्रवासी मजदूरों को मंडी से लेकर बिलासपुर तक पहुंच गया.
जानकारी के अनुसार यह जीप पटियाला से अंगूर लेकर गत दिवस मंडी को गई थी और गुरूवार को मंडी से वापस पटियाला जा रही थी. जीप चालक ने जीप के डाले में क्रेटों को इस तरह लगाया था कि इसमें बैठे लोगों को पता नहीं चल रहा था. जीप चालक ने इन चारों प्रवासियों को मंडी से बिठाया और इन्हें रोपड़ पहुंचाना था. इसके लिए इनसे 12 सौ रुपए का किराया भी लिया था.
जानकारी के अनुसार जब यह जीप बिलासपुर बस अड्डा के बाहर लगे नाके पर पहुंची तो पुलिस ने इसे जांच के लिए रोका और जीप चालक का नाम पता लिखा. इस दौरान पुलिस को जीप चालक पर कुछ शक हुआ. इससे पहले की पुलिस जीप की तलाशी ले पाती कि एक जागरूक नागरिक विकास ने साथ लगती इमारत से जीप के डाले में छिपकर बैठे चार लोगों को देखा और पुलिस को इस बारे इशारा किया.
पुलिस ने जब जीप की तलाशी ली तो जीप से चार प्रवासी युवकों को बैठे पाया. यातायात प्रभारी बिलासपुर जगदीश सैनी ने जब इस बारे जीप चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि ये मजदूर हैं जिन्हें वह रोपड़ ले जा रहा हैं. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इन चारों प्रवासियों ने बताया कि वे सहारनपुर-उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और मंडी में एक ठेकेदार के पास कार्य करते हैं.