बिलासपुरःकोरोना की दूसरी लहर के चलते हिमाचल के मेडिकल काॅलेजों में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने एम्स प्रबंधन को पत्र लिखकर 54 डाॅक्टरों की मांग की है, जो हिमाचल के 6 मेडिकल काॅलेजों सेवाएं देगें, क्योंकि अधिकतर चिकित्सकों की ड्यूटी कोविड केयर सेंटर सहित अन्य अस्पतालों में लगा दी गई है, जिसके चलते चिकित्सकों की संख्या मेडिकल काॅलेजों में कम होना शुरू हो गई है. इस दौरान इन समस्या को देखते हुए हिमाचल सरकार ने चिकित्सकों की डिमांड को लेकर एम्स प्रबंधन को पत्र लिखा है.
जानकारी मिली है कि इन विशेषज्ञों की 30 जून तक प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों और 2 जिला अस्पतालों में अस्थायी सेवाएं ली जाएंगी. अब एम्स के निदेशक ही फैसला लेंगे. एम्स के उप निदेशक को पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि चिकित्सकों की अस्थायी नियुक्ति आवश्यक है.
इन मेडिकल काॅलेजों में देगें सेवाएं
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण अभी एम्स में ओपीडी शुरू नहीं हो पाई है. एम्स में चिकित्सक मौजूद हैं. प्रबंधन से आग्रह है कि इस फैकल्टी को अस्थायी तौर पर मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में नियुक्त किया जाए. पत्र के जरिए टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए 19, आईजीएमसी के लिए 6, चंबा मेडिकल कॉलेज के लिए 8, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 1, नाहन मेडिकल कॉलेज के लिए 6, नेरचैक मेडिकल कॉलेज के लिए 12, धर्मशाला जिला अस्पताल के लिए 2 और बिलासपुर के लिए 1 रेडियोलॉजिस्ट की मांग की है.
आगामी आदेशों के अनुसार किया जाएगा कार्य
उधर, बिलासपुर कोठीपुरा एम्स के उपनिदेशक सुखदेव नाग्याल ने बताया कि हिमाचल सरकार की ओर से चिकित्सकों की डिमांड को लेकर पत्र लिखा गया है. इस संदर्भ में एम्स निदेशक को जानकारी दे दी गई है, आगामी आदेशों के अनुसार कार्य किया जाएगा.
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