बिलासपुरः प्रदेश के शहर बिलासपुर में सुबह से ही बादल छाए रहे. स्वारघाट, जामली, विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में तेज बरसात के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे पहाड़ियों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है.
तेज बरसात के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें नालों में तब्दील हो गई हैं. आसमान पर छाए काले बादलों से दिन में ही अंधेरा छा गया. इससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. धुंध व ठंडी हवाओं ने जन-जीवन को प्रभावित कर दिया है.
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जामली के आसपास छोटे गांव को जाने वाली सड़कें बन्द हो गई हैं. सड़कों पर मलबा एकत्रित होने से लोगों को आने-जाने में समस्या उठानी पड़ रही है.
हालांकि बारिश फसल के लिए उपयोगी है. दूर दराज के गांवों में बारिश का असर ज्यादा है. कई संपर्क मार्ग ठप होने से बागवान और किसान अपनी उपज को मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं.