बिलासपुर: जिला के अंतिम छोर पंजाब और हिमाचल की सीमा पर स्थित स्वारघाट क्षेत्र में जिला प्रशासन द्वारा लगाया गया नाका मंडी और कुल्लू जिलों को सुरक्षित कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन नाकों पर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य जांच करना बिलासपुर वासियों सहित अन्य दो जिला के लिए सराहनीय कार्य है. यह बात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने कही.
डॉ. परविंद्र सिंह ने कहा कि स्वारघाट नाके पर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को बिना स्वास्थ्य जांच के भेजे जाने पर वे लोग बिलासपुर के साथ मंडी व कुल्लू जिला को भी संक्रमित कर सकते है. उन्होंने यह भी साफ किया है कि बिलासपुर जिला में अभी तक जितने भी मामले आए हैं, उनमें से अधिकतर मामले बाहरी राज्यों व जिला के हैं. बिलासपुर जिला में कम कोरोना के मामले सामने आए हैं. इसका मुख्य कारण स्वारघाट नाके पर लोगों की स्वास्थ्य जांच करना है.
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को संदिग्धता के आधार पर स्वारघाट में ही क्वांरटाइन किया गया था, जिसके चलते किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उनका तुरंत प्रभाव से कोरोना का टेस्ट किया गया. इसके चलते कोरोना संक्रमित लोग स्वारघाट में ही सामने आए.