बिलासपुर: उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी का सारा रिकार्ड अब ऑनलाइन किया जाएगा. इस बाबत प्रशासनिक स्तर पर प्रयास शुरू हुए हैं. ऑनलाइन सिस्टम डिवेलप करने के लिए मंदिर न्यास की अगली मीटिंग में चर्चा होगी. मंदिर के चढ़ावे, लंगर के लिए आने वाला राशन, गुप्तदान सहित अन्य सारी व्यवस्थाओं को ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है.
अधिकारियों की मानें तो मंदिर का सारा रिकार्ड ऑनलाइन हो जाने से अधिकारी किसी भी समय मंदिर की तमाम व्यवस्थाओं को महज एक क्लिक पर सारा अपेडट चैक कर सकेंगे. इससे मंदिर न्यास के कामकाज में भी पारदर्शिता रहेगी.
सारा रिकार्ड ऑनलाइन होने से व्यवस्थाएं अपडेट रहेंगी
हालांकि मंदिर की कुछ व्यवस्थाएं ऑनलाइन जरूर हैं, लेकिन इन्हें मैन्युअली ही चेक किया जा सकता है, जबकि मंदिर के दान से लेकर राशन और चढ़ावे संग अन्य कार्यों का सारा रिकार्ड ऑनलाइन होने से यह व्यवस्थाएं अपडेट रहेंगी. जिन्हें कभी भी चेक किया जा सकता है. जल्द ही ऑनलाइन सिस्टम शुरू करने की योजना पर काम शुरू किया जाएगा.
इस योजना पर मंदिर न्यास के आयुक्त एवं जिलाधीश रोहित जम्वाल न्यास अधिकारियों के साथ होने वाली अगली बैठक में चर्चा करेंगे. इस बैठक में मंदिर न्यास के अधीन संचालित कालेज व न्यास में रिक्त चल रहे पदों को भरने के लिए भी चर्चा की जाएगी क्योंकि पिछले लंबे समय से संस्कृत कॉलेज सहित मंदिर न्यास कार्यालय में रिक्त पदों की वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है.
शीघ्र ही मंदिर न्यास में रिक्त पड़े पदों भरने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी
पता चला है कि मंदिर न्यास प्रशासन ने इन पदों को यूजीसी नॉर्म्स के आधार पर भरने के लिए सर्विस सिलेक्शन बोर्ड को लिखा है. ऐसे में उम्मीद है कि शीघ्र ही मंदिर न्यास में रिक्त पड़े पदों भरने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी. वहीं, दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मंदिर दर्शन को लेकर प्रशासन ने एक योजना तैयार की है जिसके तहत पार्किंग स्थल से लेकर मां के दर तक पहुंचने के लिए दिव्यांगों को सहूलियत प्रदान की जाएगी और उनके लिए एक लिफ्ट तैयार की जाएगी.
इस लिफ्ट के सहारे ऐसे श्रद्धालु आसानी से दरबार पहुंचकर मां नैना के दर्शन कर पाएंगे. वर्तमान समय में नैना देवी क्षेत्र में लगभग दस करोड़ के विकासात्मक कार्य चल रहे हैं. आने वाले समय में मंदिर का नजारा बहुत सुंदर होगा और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
नैना देवी को व्हाइट एंड पिंक सिटी के रूप में विकसित करने के लिए भी योजना पर काम चल रहा है. यह प्रदेश की ऐसी पहली सिटी बनेगी जिसे राजस्थान के उदयपुर की तर्ज पर विकसित होगी. रात के समय दूर से नैना देवी दूधिया रोशनी में नहाया हुआ प्रतीत होगा.
मंदिर के पीछे की पहाड़ी की होगी ग्राउटिंग
मंदिर के पीछे की पहाड़ी की ग्राउटिंग के लिए भी मंदिर न्यास प्रयासरत है. इस बाबत न्यास प्रशासन नामी एजेंसी से टाइअप कर रहा है ताकि सर्वे करवाकर आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा सके. हालांकि कोविडकाल के चलते इस योजना में विलंब जरूर हुआ है, लेकिन अब फिर से इस योजना पर कदमताल शुरू हुई है.
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